नई दिल्ली : केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने गुरूवार को लोसकभा में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के महंगाई पर उठाए गए सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मॉनसून आने से पहले खाद्य पदाथों की कीमतों में सीजनल बढोत्तरी आम बात है। उन्होंने राहुल के अरहर मोदी…नारे के जवाब में कहा, सवाल नारे देने का नहीं, आंकडे पेश करने का है। मौजूदा सरकार ने महंगाई रोकने के लिए कई कई कदम उठाए हैं। यूपीए सरकार के समय में नीतिगत विकलांगता की स्थिति थी। इससे महंगाई दर दो अंकों में पहुंच गई थी। मौजूदा सरकार ने बढती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए कदम उठाए हैं। यूपीए के समय में होलसेल प्राइस इंडेक्स ज्यादा ऊंचा था और एनडीए के पावर में आने से 18 महीने तक नेगेटिव था।
जेटली ने कहा, मैं दालों और दूसरी खाद्य सामग्री की कीमतों पर राहुल गांधी के बयान से सहमत नहीं हूं। कीमतें मांग और आपूर्ति से तय होती हैं। भारत में दाल की कमी वैश्विक मंदी की वजह से है, इसलिए इनकी कीमत बढना तय है।
इससे पूर्व कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरूवार को महंगाई के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुआ कहा था कि प्रधानमंत्री महंगाई को छोडकर हर चीज पर बात करते हैं। राहुल ने कहा, आप स्टार्ट अप, स्टैंड अप, चाहे जो मर्जी शुरू कीजिए, जितने मर्जी खोखले वादे कीजिए, लेकिन सदन को एक ऎसी तारीख बता दीजिए जब दाल के दाम कम हो जाएंगे, टमाटर के दाम कम हो जाएंगे। राहुल ने कहा, आप को जितने झूठे वादे करने हैं, करिए लेकिन इस सदन को उस तारीख के बारे में बता दीजिए जब कीमतें कम हो जाएंगी। गांवों में एक नया नारा चला है, अरहर मोदी., अरहर मोदी…