RBI MPC Meet: भारत में विकास की रफ्तार बढ़ाने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने अपनी मौद्रिक नीति में बैंकों को स्पष्ट तौर पर कहा है कि वह लोगों को लोन मुहैया कराएं नाकि उसे वापस रिजर्व बैंक के पास जमा कराएं। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैंकों को निर्देश दिया है कि वह अतिरिक्त फंड का इस्तेमाल लोगों को लोन देने में करें।
बाजार में लिक्विडिटी बढ़ेगी
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि बचे हुए आईसीसीआर को कल रिलीज कर दिया जाएगा, जिससे बैंकों के पास और पैसा आएगा, जिसकी वजह से लिक्विडिटी बढ़ेगी। आरबीआई चाहता है कि इस लिक्विडिटी का फायदा बिजनेस, इंडस्ट्री में जाए। रिजर्व बैंक ने अपना पूरा फोकस वित्तीय मजबूती पर रखा है।
Good Loan जरूरी
भारत में अभी भी बैंक ही लोन देने के मामले में सबसे बड़े प्लेयर हैं। ऐसे में बैंक ही लोन देने के लिए बड़ा विकल्प हैं। आरबीआई ने बैंकों से कहा है कि अच्छी लेंडिग देनी चाहिए। आरबीआई ने इस बात को लेकर भी कुछ हद तक चिंता जाहिर की है कि जो भी लोन दिए जा रहे हैं वह बेहतर होने चाहिए। आरबीआई की ओर से अच्छी लेंडिंग पर जोर दिया या है।
अर्थव्यवस्था पर दो अहम जोखिम
गवर्नर ने स्पष्ट किया है कि विकास की रफ्तार मजबूत है। उन्होंने कहा कि भारत की आंतरिक स्थिति काफी मजबूत है इसका अर्थव्यवस्था पर कोई असर नहीं है। साथ ही गवर्नर ने वैश्विक दिक्कत और आने वाले समय में मानसून के चलते फसल की पैदावार को लेकर चिंता जाहिर की है। कई फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन और विदेश के शीर्ष बैंकों ने ब्याज दरों में इजाफा किया है, जिसका असर संभव है कि भारत की अर्थव्यवस्था पर देखने को मिल सकता है।
महंगाई दर काबू में, सतत विकास पर जोर
हालांकि आरबीआई ने महंगाई दर को 4 फीसदी रखने की बात कही है, साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया है कि महंगाई दर को काबू में रखने के साथ हम ग्रोथ पर ध्यान देंगे। ऐसे में स्पष्ट है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ग्रोथ को अपनी प्राथमकिता देना चाहता है, साथ ही महंगाई को भी नियंत्रण में रखना चाहता है।
ब्याज दरों में बदलाव नहीं
अहम बात यह है कि आऱबीआई ने जीडीपी और महंगाई दर के आंकड़ों में किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं किया हैा। इसके साथ ही एनसीपी ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है, इसे 6.5 फीसदी रखा गया है। महंगाई दर को 4 फीसदी तक रखने का लक्ष्य रखा गया है।
नहीं बढ़ेगी ईएमआई
जीडीपी के अनुमान में तिमाही और वार्षिक कोई बदलाव नहीं किया गया है। ब्याज दरों में किसी भी तरह का बदलाव नहीं करने की वजह से लोगों की ईएमआई पर कोई असर नहीं होगा। होम लोन और ऑटो लोन सहित अन्य लोन की ईएमआई पहले की ही तरह रहेगी।