Punjab Cabinet Meeting: पंजाब के नए एडवोकेट जनरल वरिष्ठ अधिवक्ता गुरमिंदर सिंह गैरी (Gurminder Singh Garry) होंगे. एडवोकेट जनरल विनोद घई (Vindo Ghai) के इस्तीफे के बाद गुरमिंदर सिंह गैरी को नया एजी बनाया गया है. पंजाब कैबिनेट (Punjab Cabinet) की बैठक के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है. उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि आज पंजाब कैबिनेट की अहम बैठक बुलाई गई, जिसमें नए एजी को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी. नए एजी के तौर पर गुरमिंदर सिंह गैरी के नाम पर कैबिनेट ने मुहर लगा दी.
गौरतलब है कि एडवोकेट गुरमिंदर सिंह गैरी पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट बार एसोसिएशन में 1989 में शामिल हुए थे. गुरमिंदर सिंह गैरी को साल 2014 में सीनियर एडवोकेट का दर्जा मिला था. गुरमिंदर सिंह गैरी अभी हरियाणा में एडिशनल डिस्ट्रिक्ट एंड सेशन जज पदोन्नति मामले में भी वकील हैं. इस मामले को लेकर वो जजों की तरफ से पैरवी कर रहे हैं.
डेढ़ साल में तीसरे एडवोकेट जनरल बने गैरी
बता दें कि विनोद घई से पहले सीनियर एडवोकेट अनमोल रतन सिंह सिद्धू एडवोकेट जनरल थे. उन्होंने सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में लॉरेंस बिश्नोई को पंजाब लाने में अहम भूमिका निभाई थी. सिद्धू कई बार पंजाब हरियाणा-बार काउंसिल के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. लेकिन, 19 जुलाई को अचानक उन्होंने इस्तीफा दे दिया था. हालांकि, इसके पीछे उन्होंने अपनी व्यक्तिगत वजह बताई थी.
राम रहीम के वकील भी रहे थे विनोद घई
इसके बाद विनोद घई को एडवोकेट जनरल बनाया गया. एडवोकेट विनोद घई बेअदबी केस में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम के वकील भी रह चुके हैं. लेकिन, कुछ दिनों पहले पंचायती राज खत्म करने के मामले में सरकार की खूब किरकिरी हुई थी. इसके अलावा अन्य कुछ योजनाओं में भी पंजाब सरकार की आलोचना हुई है. तब से लगातार एडवोकेट जनरल के बदले जाने की चर्चा हो रही थी. अब विनोद घई के इस्तीफे के बाद गुरमिंदर सिंह गैरी नए एडवोकेट जनरल बने हैं.