इस बीच राजस्थान के सियासी के गलियारों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि व केंद्री जल शक्ति मंत्री व जोधुपर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है।
यह सियासी चर्चा मीडिया के उस दावे से अधिक पुख्ता हो जाती है, जिसमें कहा जा रहा है कि राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा मध्य प्रदेश वाला फॉमूला अपनाते हुए अपने सांसदों को विधानसभा चुनाव मैदान में उतार सकती है। मध्य प्रदेश में आधा दर्जन से सांसदों को टिकट दिया गया है।
दरअसल, राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यख जेपी नड्डा ने जयपुर में डेरा डाल रखा है। बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक में हिस्सा लिया है। राजस्थान चुनाव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत चुनाव लड़ेंगे या नहीं? इसका जवाब मीडिया से बातचीत में खुद सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने दिया है। सारी अटकलों पर विराम भी लगा दिया है।
मीडिया से बातचीत में गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में राजस्थान चुनाव को लेकर मंथन हुआ है। वर्तमान सरकार व चुनाव के हालात पर चर्चा की है। सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ चुनाव लड़ने के सवाल पर गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि ”पार्टी का निर्णय तो पार्टी ही जाने, कौन कहां से चुनाव लड़ेगा? यह पार्टी संसदीय बोर्ड तय करेगा, लेकिन फिलहाल इस पर कोई चर्चा नहीं हुई है।” उल्लेखनीय है कि अशोक गहलोत जोधपुर जिले की सरदारपुरा सीट से विधायक हैं। यहां पर साल 2003 से लगातार जीतते आ रहे हैं। सरदारपुरा सीट जोधपुर संसदीय क्षेत्र के अन्तर्गत आती है, जहां से गजेंद्र सिंह शेखावत सांसद हैं।