महिला आरक्षण बिल पर कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बड़ा बयान दिया हैं। दरअसल, कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी जब संसद भवन पहुंची तो वहां मौजूद पत्रकारों ने उनसे महिला आरक्षण बिल पर उनकी राय पूछी तो उन्होंने कहा कि इसके बारे में क्या कहना? ”ये तो हमारा है, ये अपना है”। यानी सोनिया गांधी का कहने का मतलब था कि इस बिल को सबसे पहले कांग्रेस पार्टी ने राज्यसभा में पास करवाया था। वहीं कांग्रेस के कई नेता इसे राजीव गांधी, सोनिया गांधी और इंदिरा गांधी की देन बता रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सोमवार को महिला आरक्षण विधेयक को मंजूरी दे दी, जिसमें लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में 33 प्रतिशत कोटा आरक्षित करने का प्रावधान है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक में महिला आरक्षण विधेयक (डब्ल्यूआरबी) को मंजूरी दे दी।
वहीं कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हम चाहते हैं कि महिला आरक्षण विधेयक जल्द से जल्द लाया और पारित किया जाए। महिला आरक्षण विधेयक की मांग यूपीए और हमारी नेता सोनिया गांधी ने शुरू की थी। इसमें इतना समय लग गया, लेकिन हम करेंगे। अगर इसे पेश किया जाए तो खुश होइए। इससे पहले सोमवार को कांग्रेस के संचार प्रभारी महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि पार्टी लंबे समय से संविधान 108वें संशोधन विधेयक, 2008 विधेयक को लागू करने की मांग कर रही है।
टीएमसी की प्रतिक्रिया
वहीं महिला आरक्षण बिल पर टीएमसी सांसद डोला सेन ने कहा कि यह चुनाव की मजबूरी है, और कुछ नहीं। चुनाव आरहे हैं, उन्होंने पिछले 9.5 साल में कुछ नहीं किया। क्या वे महिला आरक्षण बिल लाएंगे। हम इसका समर्थन करेंगे, देर आये दुरुस्त आए।