Hisar News: अंतरराष्ट्रीय रेसलर रौनक गुलिया ने अपने हाथ की नस काटकर आत्महत्या का प्रयास किया. उससे पहले उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया. जिसमें खुद को बेकसूर बताया.
Haryana News: हरियाणा के हिसार में रह रही अंतरराष्ट्रीय रेसलर रौनक गुलिया ने आत्महत्या करने की कोशिश की है. जानकारी के अनुसार रेसलर रौनक गुलिया और उनके पति अंकित गुलिया के खिलाफ दिल्ली के तिहाड़ जेल के जेलर दीपक शर्मा ने ठगी करने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज करवाया था. इससे परेशान होकर रौनक गुलिया ने हिसार के 16 -17 सेक्टर में स्थित अपने घर पर नस काट कर अपनी जान लेने की कोशिश की.
‘रौनक ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया वीडियो’
आत्महत्या का प्रयास करने से पहले रौनक ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया. जिसमें उन्होंने खुद को बेकसूर बताया. इंस्टाग्राम वीडियो रेसलर गुलिया के कोच ने देख लिया तो उन्होंने रौनक को एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया. वहीं हिसार पुलिस ने रौनक गुलिया का बयान दर्ज कर जांच शुरू की है.
पति से अनबन के चलते हिसार में रहने लगी
रेसलर रौनक ने बताया कि उसके खिलाफ एक न्यूज चल रही है. जेलर मेरे नाम से वायरल कर रहा है कि 51 लाख रुपए ठग लिए. जबकि उस तारीख को मैं आउट ऑफ इंडिया थी. जिस कंपनी को बंद हुए डेढ़ साल हुआ है उस कंपनी का नाम ले रहा है जो 50 लाख की भी नहीं है. मेरे खिलाफ कोई भी प्रूफ है तो गिरफ्तार कर लो. रौनक ने बताया कि मेरे पति अंकित गुलिया व दीपक शर्मा की जान पहचान थी. मेरा पति व दीपक शर्मा मिलकर सट्टेबाजी ऑनलाइन एप और शराब सप्लाई का काम करने लगे जिसको लेकर उनका पैसे का लेन-देन है. जिसकी जानकारी उसे अप्रैल 2023 में मिली उसके बाद से ही मेरी अपने पति से अनबन है और मैं अलग हिसार में रह रही हूं. इसके अलावा दीपक जेलर ने जिस डेट के उससे मिलने के आरोप लगाए है उस दौरान मैं बेलारुस में ट्रेनिंग कर रही थी.
रौनक ने बताई आत्महत्या की ये वजह
रौनक ने बताया कि पिछले दो से तीन महीने से दीपक के मेरे पास फोन आने लगे और रात को 12 बजे भी फोन कर मुझे टॉर्चर किया जाने लगा. जेलर दीपक शर्मा कभी उसे पुलिस द्वारा, कभी गुंडों द्वारा धमकी देने लगा कि तेरा करियर खत्म कर दूंगा. इसका असर मेरे गेम पर भी बहुत ज्यादा हुआ पिछले दिनों वर्ल्ड रेसलिंग की ट्रायल में मेरी कुश्ती बहुत अच्छी रही लेकिन इसी परेशानी की वजह से मैं मानसिक रूप से ध्यान केंद्रित करें नहीं कर पाई. इसी धमकी टॉर्चर से आहत होकर मैंने यह कदम उठाया है.