Libya Israel News: इजराइल के साथ पर्दे के पीछे से चल रही बातचीत की खबर सार्वजनिक होने के बाद इस्लामिक देश लीबिया में बवाल शुरू हो गया है और अरब देशों की मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है, कि प्रधानमंत्री अब्दुल हमीद दबाबे पर्सनल प्लेन से देश छोड़कर भाग चुके हैं।
हालांकि, स्वतंत्र रिपोर्ट्स में इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है, कि क्या वाकई प्रधानमंत्री अब्दुल हमीद दबाबे देश छोड़कर भागे हैं या नहीं, लेकिन लीबिया के विदेश मंत्री नजला मंगूश देश छोड़कर जा चुकी हैं। लीबिया की विदेश मंत्री नजला मंगूश ने पिछले दिनों इजरायल के टॉप डिप्लोमेट से मुलाकात की थी और जैसे ही ये खबर सार्वजनिक हुई, लीबिया में हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गये।
अबू धाबी से प्रकाशित होने वाले अखबार द नेशनल के साथ साथ अरब न्यूज ने भी अपनी रिपोर्ट में लीबिया की विदेश मंत्री नजला मंगूश के देश छोड़कर जाने की रिपोर्ट दी है। वहीं, हिंसक प्रदर्शन होने की वजह से लीबिया की सरकार संकट में आ चुकी है और अगर प्रधानमंत्री के देश से भागने की रिपोर्ट सही है, तो फिर सरकार कभी भी गिर सकती है।
लीबिया में उस वक्त हिंसक प्रदर्शन शुरू हुए, जब इजराइली विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया था, कि इजराइल और लीबिया के विदेश मंत्रियों के बीच मुलाकात की गई है। इजराइल ने इसे ऐतिहासिक मुलाकात बताते हुए कहा था, कि लीबिया के साथ संबंध स्थापित करने की दिशा में ये पहला कदम है। इजराइली विदेश मंत्रालयल ने कहा, कि दोनों विदेश मंत्रियों के बीच ये मुलाकात रोम में की गई है। इस खबर के सार्वजनिक होते ही लीबिया में बड़े पैमाने पर हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गये और रिपोर्ट्स में दावा किया गया है, कि प्रदर्शनकारियों ने लीबिया के प्रधानमंत्री दबीबे के घर को जला दिया है।
अरब न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, कि यह खबर अराजकता से त्रस्त उत्तरी अफ्रीकी राष्ट्र में सड़कों पर बिखरे हुए विरोध प्रदर्शनों को प्रेरित करती है। आपको बता दें, कि लीबिया में दो सरकारें चलती हैं और त्रिपोली से संचालित सरकार के विदेश मंत्री ने इजराइल के विदेश मंत्री से मुलाकात की थी।
लीबिया के प्रधान मंत्री अब्दुल हामिद दबीबा, जो लीबिया की प्रतिद्वंद्वी सरकारों में से एक के प्रमुख हैं, उन्होंने एक दिन पहले कहा था, कि उन्होंने विदेश मंत्री नजला मंगूश को निलंबित कर दिया है और इजराइली विदेश मंत्री से उनकी मुलाकात की जांच की जा रही है। आपको बता दें, कि लीबिया और इज़राइल के शीर्ष राजनयिकों के बीच ये पहली बार मुलाकात हुई थी। प्रधानमंत्री दबीबा ने हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया, कि विदेश मंत्री नजला मंगूश की जांच किस आधार पर की जाएगी। हालांकि, लीबिया में 1957 के कानून के तहत इज़राइल के साथ संबंधों को सामान्य करना अवैध है, और लीबिया के लंबे समय से इज़राइल के प्रति शत्रुतापूर्ण संबंध रहा है। लीबिया के विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार, लीबिया की विदेश मंत्री तुर्की भाग गई हैं। वहीं, इस मुलाकात पर इजराइल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने अपने प्रेस नोट में कहा था, कि उन्होंने लीबिया के पूर्व यहूदी समुदाय की विरासत को संरक्षित करने के महत्व पर चर्चा की, जिसमें आराधनालय और कब्रिस्तानों का नवीनीकरण भी शामिल है।
इज़राइल के विदेश मंत्रालय के अनुसार, वार्ता में मानवीय मुद्दों, कृषि और जल प्रबंधन के लिए संभावित इज़राइली सहायता पर भी चर्चा हुई।
लीबिया के विदेश मंत्रालय ने इस बैठक को पहले कमतर करने की कोशिश की और उसे “इटली के विदेश मंत्री के साथ बैठक के दौरान बिना तैयारी और अनौपचारिक बैठक” बताया। एक बयान में कहा गया, कि कोहेन के साथ लीबिया की विदेश मंत्री की मुलाकात में “कोई बातचीत, समझौता या परामर्श” शामिल नहीं था।
हालांकि, अरब न्यूज ने एसोसिएटेड प्रेस के हवाले से कहा है, कि लीबिया के दो वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने बताया है, कि प्रधान मंत्री को अपने विदेश मंत्री और इज़राइली मुख्य राजनयिक के बीच बातचीत के बारे में पहले से जानकारी थी। अधिकारियों में से एक ने कहा, कि प्रधानमंत्री दबीबा ने पिछले महीने बैठक के लिए हरी झंडी दी थी, जब वह रोम की यात्रा पर थे। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री कार्यालय ने लीबिया के विदेश मंत्री को इजराइली विदेश मंत्री से मुलाकात की इजाजत दी थी।
वहीं, दूसरे अधिकारी ने कहा, कि बैठक लगभग दो घंटे तक चली और राजधानी त्रिपोली लौटने के बाद लीबिया की विदेश मंत्री ने सीधे प्रधान मंत्री को बैठक को लेकर सारी जानकारी दी। अधिकारी ने कहा, कि बैठक में लीबिया को इजरायल के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने वाले अरब देशों की श्रृंखला में शामिल करने के लिए अमेरिका की मध्यस्थता में किए गए प्रयासों को सफलता के तौर पर बताया गया।
दूसरे अधिकारी ने कहा, कि लीबिया और इज़राइल के बीच संबंधों को सामान्य बनाने पर पहली बार प्रधानमंत्री दबीबा और अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए डायरेक्टर विलियम बर्न्स के बीच एक बैठक में चर्चा हुई थी, जब सीआईए चीफ ने जनवरी में लीबिया की राजधानी त्रिपोली का दौरा किया था।