Indonesia Earthquake: इंडोनेशिया में मंगलवार सुबह लोगों की आंख भूकंप के तगड़े झटकों के साथ खुली. बाली द्वीप में आए भूकंप के झटकों से लोग समह गए और घरों से बाहर निकल आए. रिएक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 7 मापी गई. ये जानकारी यूरोपीय-भूमध्यसागरीय भूकंप विज्ञान केंद्र (EMSC) के हवाले से न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने दी है. जानकारी के मुताबिक, इंडोनेशिया के बाली में आए इस भूकंप के झटके इतने तेज थे कि घर में रखी चीजें हिलने लगी और अलमारियां में रखा सामान जमीन पर गिरने लगा. उसके बाद लोग अपने-अपने घरों से भागकर बाहर निकल आए. इस भूकंप से हुए नुकसान के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है और ना ही किसी के हताहत या घायल होने की कोई सूचना है. हालांकि, भूकंप की तीव्रता को देखते हुए जनहानि की भी आशंका जताई जा रही है.
धरती की सतह से 518 किमी नीचे था भूकंप केंद्र
यूरोपीय-भूमध्यसागरीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक, इस भूकंप का केंद्र इंडोनेशिया के मातरम से करीब 201 किलोमीटर उत्तर में, धरती की सतह से करीब 518 किलोमीटर नीचे मापा गया. अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) इस भूकंप की तीव्रता 7.1 आंकी है. यूएसजीएस के मुताबिक, ये भूकंप इंडोनेशिया के पश्चिम नुसा तेंगारा, बंगसल के पास जमीन के भीतर 525 किमी की गहराई पर आया. इस भूकंप के बाद अमेरिकी सुनामी चेतावनी प्रणाली ने कहा है कि इस भूकंप से सुनामी का कोई खतरा नहीं है. बता दें कि इससे पहले छत्तीसगढ़ के उत्तरी क्षेत्र सरगुजा जिले में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. ये भूकंप सोमवार देर शाम महसूस किया गया. इस घटना में भी किसी भी प्रकार के जान या माल के नुकसान की कोई खबर सामने नहीं आई.
सोमवार शाम दो बार महसूस किए गए भूकंप के झटके
मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, सरगुजा जिले के मुख्यालय अंबिकापुर के पास सोमवार शाम दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए. अधिकारियों के मुताबिक, पहला झटका देर शाम 8.04 बजे महसूस किया गया. जिसका केंद्र अंबिकापुर से 9 किमी दूर सतह से लगभग 10 किमी नीचे मापा गया. रिएक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 3.8 मापी गई. वहीं भूकंप का दूसरा झटका देर शाम 8.26 बजे महसूस किया गया. जिसकी तीव्रता 3.9 मापी गई. इस भूकंप का केंद्र अंबिकापुर शहर से 10 किमी दूर पूर्व में लगभग 11 किलोमीटर की गहराई पर था.