टमाटर की बढ़ती कीमतों के बीच प्याज की भी घरेलू बाजार में कीमतें बढ़ने की आशंका बढ़ गई थी। आशंकाएं थीं कि आने वाले महीनों में प्याज की कीमतें बेकाबू हो सकती हैं। ऐसे में सरकार ने इस पर पाबंदी लगाने का फैसला लिया है।
केंद्र के ताजा निर्णय के मुताबिक प्याज के निर्यात पर 40 प्रतिशत शुल्क (Onion Exports Duty ) बढ़ा दिया गया है। प्याज निर्यात की नई दरें 31 दिसंबर पर प्रभावी रहेंगी। सरकार ने नोटिफिकेशन जारी कर इसे तत्काल प्रभाव से लागू करने की निर्देश दिया है।
आरबीआई ने इससे पहले एक बुलेटिन में प्याज की कीमतों के बढ़ने की आशंका व्यक्त की थी। अनुमान लगाया गया कि हाल में टमाटर की बढ़ी कीमतों के बाद प्याज के दाम एक फिर अप्रत्याशित रूप से बढ़ सकते हैं। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया कि सितंबर के महीने में प्याज की कीमतों में भी उछाल देखने को मिल सकता है। अनमान लगाया जा रहा था कि प्याज के दाम 50 रुपये से 60 रुपये तक बढ़ने की संभावना है।
प्याज पर निर्यात शुल्क बढ़ाने को लेकर केंद्र सरकार ने शुक्रवार को एक नोटिफिकेशन जारी किया। बता दें कि पिछले हफ्ते सरकार ने अक्टूबर में प्याज की तत्काल रिहाई का एलान किया था। सरकार बफर स्टॉक से प्याज की तत्काल निकासी को बढ़ावा देगी। केंद्र ने ये निर्णय नई फसलों की कीमतें आने तक मौजूदा कीमतों को नियंत्रित करने के लिए लिया है।