चंडीगढ़ : में रेल नेटवर्क के विस्तार व सुदृढ़ीकरण के लिए भारत सरकार में रेल मंत्रालय के साथ राज्य सरकार ने एक संयुक्त उपक्रम कंपनी (जेवीसी) गठित करने के लिए एमओयू किया गया। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल व रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभु की उपस्थिति में आज नई दिल्ली में रेलवे व हरियाणा के अधिकारियों के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर हुए।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा व रेलवे के संयुक्त उपक्रम के गठन होने से राज्य में रेल परियोजनाओं का नया विस्तार मिलेगा। साथ ही तेजी से नई परियोजनाओं का क्रियांवयन किया जा सकेगा। हरियाणा के लिए इस अवसर को ऐतिहासिक दिन बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि संयुक्त उपक्रम में राज्य की हिस्सेदारी 51 प्रतिशत तथा रेलवे की 49 प्रतिशत रहेगी। इस समझौते से प्रदेश में रेल तंत्र तेजी से विकसित होगा। यह कंपनी राज्य में रेलवे परियोजनाओं पर तेजी से कार्य कराने में सक्षम होगी।
रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभु ने कहा कि संयुक्त उपक्रम गठित होने से सहकारी संघवाद को बढ़ावा मिलेगा। जिससे रेल नेटवर्क तेज गति से विकास होगा। हरियाणा सहित देश के करीब 400 स्टेशनों का सुधारीकरण किया जाएगा। अगले तीन महीने के दौरान इस कंपनी को धरातल पर लाया जाएगा और प्रस्तावित स्थल पर भूमि पूजन भी होगा। इस कंपनी के लिए एक नोडल अधिकारी लगाया जाएगा। जो रेल मंत्रालय में राज्य से जुड़े सभी परियोजनाओं पर निगरानी करेंगे। उन्होंने हरियाणा को प्रगतिशील और आगे बढ़ता राज्य बताते हुए सरकार की कार्यों की प्रशंसा भी की।
नई दिल्ली स्थित रेल भवन में आज हरियाणा सरकार की ओर से श्री हरदीप सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव, लोक निर्माण विभाग (भवन एवं सडक़ें) तथा रेलवे की ओर से श्री वेद प्रकाश डुडेजा, कार्यकारी निदेशक (वक्र्स) ने संयुक्त उपक्रम स्थापित करने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस कंपनी का बजट 200 करोड़ रुपए निर्धारित किया गया है शुरुआत में इसके लिए 100 करोड़ रुपए जारी किए गए है। हरियाणा में इस कंपनी का मुख्यालय चण्डीगढ़ में होगा। इस कंपनी में एक पार्ट टाइम अध्यक्ष, पूर्णकालिक दो निदेशक व छह अल्पकालिक निदेशक रहेंगे।