77th Independence Day: स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन को सुनने के लिए केंद्र सरकार ने ‘स्पेशल गेस्ट’ बुलाए हैं। ये 1800 ‘स्पेशल गेस्ट’ अपने परिवार के साथ इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों के तहत सरकार ने “स्पेशल गेस्ट” की एक लिस्ट जारी की है, जिन्हें सरकार ने लाल किले पर कार्यक्रम के लिए निमंत्रण भेजा है। इन ‘स्पेशल गेस्ट’ में 1800 में वैसे लोग हैं जिन्होंने के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
1800 गेस्ट में कौन-कौन हैं शामिल?
इन लोगों को समारोहों का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करने की पहल सरकार के “जनभागीदारी कार्यक्रम” के अनुरूप किया है। इस साल आमंत्रित लोगों में अनेक व्यक्ति शामिल हैं। इसमें ‘वाइब्रेंट विलेजेज’ के सरपंच, शिक्षक, नर्स, किसान, मछुआरे, नई दिल्ली में सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के निर्माण में योगदान देने वाले मजदूर, खादी (हाथ से बुने हुए कपड़े) क्षेत्र के श्रमिक, राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाले स्कूल शिक्षक और सीमा सड़क संगठन के कर्मचारी, शामिल हैं। इसके अलावा ऐसे लोग जो देश के विभिन्न हिस्सों में लागू ‘अमृत सरोवर’ और ‘हर घर जल योजना’ परियोजनाओं में शामिल रहे हैं।
‘ये नर्सों के लिए गर्व का क्षण…’
दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल की वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी निधि बेला को भी आमंत्रित किया गया है। निधि बेला ने कहा, “यह अच्छा है कि नर्सिंग पेशे को मान्यता दी जा रही है। कोरोना वायरस के बाद, लोग अस्पताल सर्विस को चलाने में नर्सों के महत्व के बारे में ज्यादा जागरूक हो गए हैं।”
लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित पचास नर्सों में से एक, नर्सिंग अधिकारी जावेद मोहम्मद ने कहा, ”यह सभी नर्सिंग अधिकारियों के लिए गर्व का क्षण है…मैं पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने नर्सिंग पर ध्यान दिया है…पूरे भारत से लगभग 50 नर्सिंग अधिकारियों को आमंत्रित किया गया है। ऐसे क्षण नर्सों को प्रेरित करेंगे।”