NIA On Gangster Terrorists: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने कनाडा और पाकिस्तान में रहने वाले छह ‘गैंगस्टर-आतंकवादियों’ को भगोड़ा अपराधी घोषित किया है. एजेंसी के एक अधिकारी ने मंगलवार (1 अगस्त) को यह जानकारी दी.
अधिकारी ने कहा कि आरोपियों के नाम कनाडा में रहने वाले अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डाला, रमनदीप सिंह उर्फ रमन जज, लखबीर सिंह संधू उर्फ लांडा और पाकिस्तान में रह रहे हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा, लखबीर सिंह रोडे और वाधवा सिंह बब्बर हैं.
22 जुलाई को दायर किया था आरोप पत्र
एजेंसी ने पिछले साल 20 अगस्त को दर्ज एक मामले में डाला, लांडा और रिंदा समेत नौ आरोपियों के खिलाफ 22 जुलाई को आरोप पत्र दायर किया था. यह मामला खालिस्तान लिबरेशन फोर्स, बब्बर खालसा इंटरनेशनल और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन जैसे प्रतिबंधित खालिस्तान समर्थक आतंकवादी संगठनों की आतंकी गतिविधियों से संबंधित है.
एनआईए ने छह लोगों को किया था गिरफ्तार
इसके पहले फरवरी में एनआईए ने गैंगस्टर-आतंकवादी मामले में कनाडा स्थित नामित आतंकवादी अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डाला के एक करीबी सहयोगी सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया था. केंद्रीय आतंकवाद रोधी कानून प्रवर्तन एजेंसी के अनुसार, गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान लकी खोखर, लखवीर सिंह, हरप्रीत, दलीप बिश्नोई, सुरिंदर उर्फ चीकू चौधरी और हरिओम उर्फ टीटू के रूप में हुई थी.
उस दौरान एनआईए ने बताया था,
“सुरेंद्र चौधरी और दलीप बिश्नोई गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और जग्गू भगवानपुरिया और कनाडा स्थित अपराधी गोल्डी बराड़ के ज्ञात सहयोगी हैं. उन्हें लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की ओर से धन जुटाने, युवाओं की भर्ती करने और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.”
एनआईए ने उस दौरान जांच की थी,
जिसमें सामने आया था कि कई अपराधी जो भारत में गैंगस्टरों का नेतृत्व कर रहे थे, पाकिस्तान, कनाडा, मलेशिया, फिलीपींस और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भाग गए थे और विभिन्न राज्यों की जेलों में बंद अपराधियों के साथ मिलकर वहां से आतंक और आपराधिक गतिविधियों की योजना बना रहे थे.