पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हजारों शिक्षकों को पक्का करने के बाद कहा कि वो उनका दर्द अच्छी तरह समझ सकते हैं, क्योंकि वो खुद एक शिक्षक के बेटे हैं.
पंजाब की भगवंत मान सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए राज्य के 12,500 शिक्षकों को पक्का कर दिया है. सीएम भगवंत मान ने इस मौके पर कहा कि मैं भी अध्यापक का बेटा हूं, इसीलिए मैं उनका दुख समझता हूं. इस दौरान सीएम मान ने पिछली सरकारों पर भी जमकर हमला बोला. साथ ही कुछ अध्यापकों की बातें सुनकर सीएम भगवंत मान भावुक हो गए. इस दौरान कई अध्यापक भी मौजूद रहे और उन्होंने सीएम से बातचीत की.
शिक्षकों को खाने पड़े डंडे- भगवंत मान
अपने भाषण के दौरान सीएम भगवंत मान ने कहा कि पिछली सरकारें इन शिक्षकों से भद्दा मजाक कर रहीं थीं. बहुत कम सैलरी पर इन्हें काम करना पड़ता था. इन शिक्षकों को पुलिस के डंडे भी खाने पड़े. अफसरों ने इन्हें पक्का करने के रास्ते में कई कानूनी अड़चनें गिनाई, लेकिन मैंने अफसरों को साफ बोला कि इन्हें पक्का करना ही है. सरकारों के पास बहुत पैसा होता है मगर नीयत साफ होनी चाहिए.
छात्रों के लिए बस की सुविधा
इस दौरान सीएम भगवंत मान ने एक और बड़ा ऐलान किया. सीएम ने कहा कि सरकारी स्कूलों में अब छात्रों के लिए बसें लगाएंगे. इसके लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा. 15 लड़कियों के स्कूलों में और Schools of Eminence में ये शुरुआत होगी. पायलट प्रोजेक्ट में 21 करोड़ खर्च करेंगे. भगवंत मान ने कहा कि धीरे-धीरे पंजाब के बाकी स्कूलों में भी इसे लागू करेंगे. जिससे करीब 20 हजार बच्चों को फायदा होगा.
भावुक हुए सीएम भगवंत मान
अध्यापकों को रेगुलर करने के बाद सर्टिफिकेट देते वक्त मुख्यमंत्री भगवंत मान उस वक्त भावुक हो गए जब एक महिला ने अपनी कहानी सुनाई, इस टीचर की 14 महीने की बच्ची रूथ की जनवरी 2014 में अध्यापकों के आंदोलन में मौत हो गई थी. रोते हुए वो महिला टीचर मंच पर आई, जिसे देखकर सीएम मान भी भावुक हो गए. पक्का करने की मांग को लेकर जनवरी 2014 में ये तमाम टीचर बठिंडा में आंदोलन कर रहे थे, जब ठंड की वजह से बच्ची की मौत हो गई थी.