मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में लोगों की समस्याओं के बारे जमीनी हकीकत पर स्वयं जानकारी लेने के लिए आरंभ किया गया जन संवाद कार्यक्रम शुक्रवार 28 जुलाई से महेंद्रगढ़ जिले के कनीना से पुनः शुरुआत करेंगे।
इसके बाद अंबेडकर भवन, सुंदराह गांव तथा राजकीय महिला महाविद्यालय, अटेली में जन संवाद कार्यक्रम होंगे। इसी दिन सायंकाल में बावल खंड के खंडोरा गांव में जन संवाद करेंगे। बावल में रात्रि विश्राम के बाद 29 जुलाई को प्रातः बावल खण्ड के गांव जरथल में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में मुख्यमंत्री का जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित होगा। उसके बाद गांव संगवारी और धारूहेड़ा में भी जन संवाद कार्यक्रम होगा। मुख्यमंत्री धारूहेड़ा में रात्रि प्रवास के बाद तीसरे दिन 30 जुलाई को गंगायचा अहीर गांव तथा मामरिया आसमपुर गांवों में जन संवाद करेंगे।
जन संवाद कार्यक्रम की विशेषता यह है कि मुख्यमंत्री एक जिले में 3 दिन तक रहते हैं और लगभग एक दर्जन गांवों में जन संवाद करते हैं। यह कार्यक्रम गांव की पहचान जैसे गांव का नगरखेड़ा, जोहड़ या बावड़ी या गांव की कोई एतिहासिक पहचान वाली जगह के निकट आयोजित होता है, जिनके प्रति ग्रामीणों की खास आस्था या लगाव रहता है। साथ ही मुख्यमंत्री ग्रामीणों से पूछते हैं कि पिछले साढ़े 8 वर्षों में उनकी सरकार द्वारा किए गए कोई खास कार्यक्रम की बात बताएं जो आप लोगों को सबसे ज्यादा पसंद हैं। साथ ही सरपंचों से भी गांव के विकास के लिए भविष्य की नई योजनाओं के बारे में पूछते हैं। अच्छे सुझावों की मुख्यमंत्री तारीफ भी करते हैं और सीएमओ से जुड़े उच्चाधिकारियों को इन सुझावों को सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में शामिल करने की बात भी कहते हैं।
अब तक मुख्यमंत्री भिवानी, पलवल, कुरुक्षेत्र, सिरसा व महेंद्रगढ़ जिलों में कर चुके हैं जन संवाद
मुख्यमंत्री द्वारा 2 अप्रैल, 2023 से भिवानी जिले के गांवों से जन संवाद कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी, जिसके बाद पलवल, कुरुक्षेत्र, सिरसा व महेंद्रगढ़ के नारनौल, नांगल चौधरी क्षेत्र के गांवों में तीन-तीन दिन तक लोगों के बीच रहकर जनसंवाद किया।