चण्डीगढ़ : रूस ने एयरोस्पेस तथा सेमी-कंडक्टर चिप विनिर्माण के क्षेत्र में हरियाणा के साथ परस्पर सहयोग की गहरी इच्छा जताई है। हरियाणा ने भी रूस के साथ व्यापारिक सम्बंधों को मजबूत बनाने के लिए हरसम्भव सहायता तथा सहयोग का आश्वासन दिया है।
हरियाणा में निवेश के विभिन्न अवसरों पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल तथा वित्त एवं उद्योग मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के साथ मुलाकात के दौरान मॉस्को सरकार के मंत्री श्री सर्गेई चेरेमिन ने कहा कि भारत तथा हरियाणा के साथ व्यापारिक सम्बंधों को बढ़ावा देने के प्रति रूस बेहद गंभीर है। श्री सर्गेई चेरेमिन रूसी सरकार के एक प्रतिनिधिमण्डल का नेतृत्व कर रहे थे।
प्रतिनिधिमण्डल का स्वागत करते हुए वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि राज्य की नई औद्योगिक नीति में प्रतिरक्षा तथा एयरोस्पेस सैक्टर पर विशेष बल दिया गया है और हरियाणा में उत्पादन के मामले में विशेष प्रोत्साहनों की पेशकश की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने नई दिल्ली के अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से लगभग 150 किलोमीटर दूरी पर स्थित हिसार में 3000 एकड़ से अधिक क्षेत्र में एविएशन हब की स्थापना की योजना बनाई है। इसे सरकार द्वारा वैकल्पिक हवाई अड्डे के तौर पर विकसित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा गुडग़ांव में हाल ही में, अब तक के पहले हैपनिंग हरियाणा ग्लोबल इंवेस्ट्र्स समिट-2016 का आयोजन किया गया जोकि देशभर का अत्यधिक सफल आयोजन साबित हुआ। इस इंवेस्ट्र्स समिट के दौरान 5.84 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों वाले 359 एमओयूज पर हस्ताक्षर किये गए। इनमें से कुछ एमओयूज पर पहले ही काम शुरू हो चुका है। एशिया के सबसे समृद्ध, वांडा ग्रुप ऑफ चाइना ने हरियाणा के एनसीआर क्षेत्र में लगभग 3000 एकड़ पर औद्योगिक पार्क की स्थापना की पेशकश की है और राज्य सरकार आगामी महीनों में इस समझौते को अंतिम रूप देने जा रही है। इसके अतिरिक्त, हरियाणा सरकार को विभिन्न शीर्ष कम्पनियों से बड़े पैमाने पर प्रदेश में इकाइयां स्थापित करने के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।
कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि पूर्ववर्ती सोवियत संघ तथा वर्तमान रूसी संघ के साथ भारत के हमेशा मजबूत सम्बंध रहे हैं और हरियाणा सरकार का मानना है कि दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में परस्पर सहयोग की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में पिछले दो वर्षों के कार्यकाल के दौरन केन्द्र सरकार ने व्यापार की सहूलियत मुहैया करवाने के लिए सभी प्रकार के विनिमायक ढांचों की पेशकश की है और इसके परिणामस्वरूप वैश्विक स्तर पर निवेश के लिए भारत को एक बहुत बड़े बाजार के तौर पर देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि रूस के इंजीनियरिंग कौशल की भारत में अच्छी पहचान है और उम्मीद है कि भारत और रूस के बीच और अधिक संयुक्त उद्यम लगेंगे। उन्होंने कहा कि, ‘जहां तक व्यापारिक भागीदारी का सम्बंध है, हम पांच शीर्ष देशों में आना चाहते हैं।’
कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि हरियाणा की भौगोलिक स्थिति अतिविशिष्ट है क्योंकि यह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के तीन तरफ फैला हुआ है। इसके अतिरिक्त, प्रदेश का 57 प्रतिशत क्षेत्र राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पड़ता है। उन्होंने कहा कि हरियाणा का क्षेत्रफल देश के कुल भौगोलिक क्षेत्र का मात्र 1.3 प्रतिशत है। इसके बावजूद राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में हरियाणा का योगदान लगभग 3.5 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि महत्वाकांक्षी परियोजना दिल्ली-मुम्बई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (डीएमआईसी) के तहत प्रमुख पहलों में गुडग़ांव में विश्वस्तरीय एग्जीबिशन-कम-कंवेंशन सेंटर के साथ ग्लोबल सिटी, एक लॉजिस्टिक हब तथा एक मास रैपिड रेल बेस्ड ट्रांसपोर्ट सिस्टम शामिल हंै, जिन्हें भारत सरकार के साथ संयुक्त रूप से क्रियान्वित किया जाएगा।