तृणमूल कांग्रेस के सांसद साकेत गोखले ने मणिपुर में स्वतंत्रता सेनानी की 80 वर्षीय पत्नी को ‘जिंदा जलाए जाने’ की घटना पर प्रतिक्रिया दी है। साकेत गोखले ने भारतीय जनता पार्टी और केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा है कि ये एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है।
जातीय हिंसा प्रभावित मणिपुर में एक स्वतंत्रता सेनानी की 80 वर्षीय पत्नी को एक सशस्त्र समूह ने उसके घर के अंदर बंद कर दिया और आग लगा दी। जिसमें महिला की मौत हो गई है।
साकेत गोखले ने ट्वीट कर कहा, ”एक और चौंकाने वाली घटना में, मणिपुर में भीड़ ने एक 80 वर्षीय महिला को उसके घर में जिंदा जला दिया। भाजपा और मोदी सरकार, तत्काल कार्रवाई करने के बजाय, फर्जी खबरें गढ़कर और विपक्षी राज्यों में एक-एक घटनाओं को उजागर करके मणिपुर में चल रहे नरसंहार और जातीय नरसंहार को उचित ठहराने की कोशिश में लगी हुई है।”
टीएमसी नेता ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के नेतृत्व में भाजपा ने महिलाओं और आदिवासियों के खिलाफ बहुत अत्याचार किए हैं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जहां मोदी सरकार विपक्षी राज्यों में मामलों की जांच के लिए तुरंत केंद्रीय एजेंसियों को तैनात करती है, वहीं मणिपुर में कोई भी केंद्रीय एजेंसी शामिल नहीं है क्योंकि ये एजेंसियां अब अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के बजाय राजनीतिक बदला लेने का एक तरीका बन गया है।
बता दें कि ये घटना 28 मई की, काकचिंग जिले के सेरौ गांव की है। जहां स्वतंत्रता सेनानी एस चुराचंद सिंह की 80 वर्षीय पत्नी को उनके घर में जिंदा जला दिया गया था। एस चुराचंद सिंह को पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने सम्मानित किया था।