भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी के अडानी समूह ने गोड्डा पावर प्लांट शनिवार को पूरी तरह चालू कर दिया. ये देश का पहला इंटरनेशनल बिजली प्लांट है जहां बनने वाली 100 प्रतिशत बिजली बांग्लादेश को जाएगी.
इस उपलब्धि को हासिल करने के बाद गौतम अडानी ने ढाका में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से भी मुलाकात की.
गोड्डा पावर प्लांट को अडानी पावर लिमिटेड की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी वाली सब्सिडियरी कंपनी अडानी पावर झारखंड लिमिटेड ने तैयार किया है. 12 जुलाई को ही प्लांट के पूरी क्षमता से काम करने का परीक्षण पूरा कर लिया गया था. इस प्लांट की क्षमता 1600 मेगावाट है.
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कोविड के बावजूद रिकॉर्ड समय में काम पूरा
गोड्डा पावर प्लांट को रिकॉर्ड साढ़े तीन साल में पूरा किया गया है. इस बीच कोविड का सामना करने के बावजूद प्लांट को पूरी तरह चालू कर दिया गया है. इस प्लांट में तैयार होने वाली बिजली को खरीदने के लिए बांग्लादेश के साथ 25 साल की अवधि का एक बिजली खरीद समझौता भी हुआ है.
इस बिजली प्लांट का पहला चरण 6 अप्रैल को चालू हुआ था. तब बांग्लादेश को 800 मेगावाट बिजली की सप्लाई शुरू कर दी गई थी. 800 मेगावाट की दूसरी इकाई ने 26 जून को काम करना शुरू किया, लेकिन इससे कमर्शियल सप्लाई शुरू नहीं की गई. जरूरी टेस्ट करने के बाद इसे शनिवार को हैंडओवर कर दिया गया.
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बांग्लादेश को मिलेगी सस्ती बिजली
ये बिजली संयंत्र भारत-बांग्लादेश के संबंधों में एक नया कीर्तिमान है. इस बिजली प्लांट के साथ ही अडानी ग्रुप ने 105 किमी लंबी 400 केवी की डबल सर्किट ट्रांसमिशन लाइन भी डाली है. बांग्लादेश अभी तरल ईंधन से बिजली पैदा करने का काम करता है. इसके उलट गोड्डा बिजली प्लांट एक सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट है, जो बांग्लादेश को सस्ती बिजली उपलब्ध कराएगा.