पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने सोमवार (10 जुलाई) को कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह के बीच तीखी बहस से साफ है कि आरजेडी और जेडीयू के बीच परस्पर अविश्वास गहरा हुआ है. कौन किसके संपर्क में है और किससे किसकी क्या बात हुई, यह सब अगर मुख्यमंत्री को पता है तो लगता है विधायकों के फोन टैप कराए जा रहे हैं. खुफिया विभाग के जरिए सब पर निगरानी रखी जा रही है.
आरजेडी और जेडीयू को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने बड़ी बात कह दी.
उन्होंने कहा कि महागठबंधन सरकार बनने के 11 महीने बाद न आरजेडी को नीतीश कुमार स्वीकार्य हैं और न जेडीयू को तेजस्वी यादव को सत्ता सौंपना मंजूर है. आरजेडी के लोग लालू प्रसाद के चेहरे पर और जेडीयू के लोग बीजेपी के वोट एवं पीएम मोदी के चेहरे पर चुनाव जीते हैं. सरकार बनाने वाले दोनों प्रमुख दलों में कोई भी नीतीश कुमार के चेहरे पर चुनाव नहीं जीता है.
अविश्वसनीय नेताओं में सुनील सिंह की गिनती
सुशील कार मोदी ने आगे कहा कि आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह से हमारे मतभेद हो सकते हैं, लेकिन 27 साल से वे लालू प्रसाद यादव के विश्वास पात्र हैं. कभी उन्होंने पलटी नहीं मारी. उन्होंने कहा कि सुनील सिंह जैसे व्यक्ति की निष्ठा पर नीतीश कुमार कैसे सवाल उठा सकते हैं, जिनकी रैंकिंग अविश्वसनीय नेताओं में की जाती है.
सीएम नीतीश कुमार ने सुनील सिंह से क्या कहा?
बता दें कि सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में महागठबंधन की बैठक हुई. बैठक में आरजेडी, जेडीयू, कांग्रेस समेत सभी छह पार्टियों के विधायक, विधान पार्षद शामिल हुए. नीतीश कुमार ने आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह से कहा कि आप लालू यादव के करीबी हैं और अमित शाह के साथ तस्वीर लगाते हैं. आप बीजेपी से लोकसभा का टिकट लेना चाहते हैं. ये सब मत करिए. बैठक से निकलने के बाद मीडिया को जवाब देने से एमएलसी सुनील सिंह बचते रहे.