महाराष्ट्र: 400 बिलियन अमेरिकी डॉलर GSDP के साथ महाराष्ट्र भारत का सबसे अमीर राज्य है. राज्य की राजधानी मुंबई को देश की आर्थिक राजधानी भी कहा जाता है. यह देश का तीसरा सबसे अधिक शहरी आबादी वाला राज्य है, जहां 45 प्रतिशत आबादी शहरों में रहती है.
भारत के सबसे अमीर राज्यों की सूची में महाराष्ट्र शीर्ष पर है.
तमिलनाडु भारत का दूसरा सबसे धनी राज्य है. इसका जीएसडीपी रु. 19.43 ट्रिलियन (265.49 बिलियन अमेरिकी डॉलर) है. राज्य की 50 प्रतिशत से अधिक आबादी शहरों में रहती है. यह पूरे देश की शहरी आबादी का 9.6 प्रतिशत है.
गुजरात 259.25 बिलियन अमेरिकी डॉलर जीएसडीपी के साथ देश के अमीर राज्यों में आता है. गुजरात तम्बाकू, सूती कपड़े और बादाम का प्रमुख उत्पादक है. भारत में बनने वाली कुल दवाइयों का एक तिहाई हिस्सा गुजरात में बनता है.
इसके बाद लिस्ट में अगला नंबर है कर्नाटक का, 247.38 बिलियन अमेरिकी डॉलर जीएसडीपी के साथ कर्नाटक भारत के अमीर राज्यों की लिस्ट में आता है.
234.96 बिलियन अमेरिकी डॉलर जीएसडीपी के साथ उत्तर प्रदेश भी भारत के सबसे अमीर राज्यों में शुमार है. उत्तर प्रदेश के कई शहर जैसे नोएडा और गाजियाबाद तेजी से विकसित हुए हैं. यहां कई कंपनियों ने अपनी शाखाएं खोली हैं.
पश्चिम बंगाल अपनी 206.64 बिलियन अमेरिकी डॉलर जीएसडीपी के साथ एक मजबूत राज्य की भूमिका निभाता है. राज्य की अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि और मध्यम उद्योग पर आधारित है.
2020-21 में राजस्थान की जीएसडीपी 11.98 ट्रिलियन (161.37 बिलियन अमेरिकी डॉलर) रही. यह एक खनिज समृद्ध राज्य है. यहां की अर्थव्यवस्था कृषि, खनन और पर्यटन पर आधारित है. राज्य में सोना, चांदी, बलुआ पत्थर, चूना पत्थर, संगमरमर, रॉक फॉस्फेट, तांबा और लिग्नाइट के भंडार हैं. यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट उत्पादक राज्य भी है.
तेलंगाना की जीडीपी 157.35 बिलियन अमेरिकी डॉलर है. दो प्रमुख नदियों कृष्णा और गोदावरी के कारण यहां बड़े हिस्से में सिंचाई की बेहतर सुविधा है. प्रदेश में अब सूचना प्रौद्योगिकी एवं बायोटेक्नोलॉजी पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. तेलंगाना भारत के शीर्ष आईटी निर्यातक राज्यों में से एक है.