हरियाणा के पानीपत जिले के समालखा कस्बे के गांव ढोडपुर के नजदीक लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर प्रियव्रत फौजी का छोटा भाई मारा गया है जबकि एक अन्य बदमाश गोली लगने पर घायल है। गाड़ी में तीन व्यक्ति सवार थे।
मृतक का भाई प्रियव्रत उर्फ फौजी रंगदारी के पानीपत और कुरुक्षेत्र के एक मामले में आरोपी है। प्रियव्रत पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या का आरोपी है।
पुलिस ने उसके शव को शवगृह में रखवा दिया है और घायल से पूछताछ कर रही है। इनके एक अन्य साथी के बारे में अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है। पुलिस अधिकारी फिलहाल कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। मुठभेड़ शुक्रवार रात करीब आठ बजे की बताई जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार सीआईए टू पानीपत प्रभारी वीरेंद्र कुमार अपनी टीम के साथ व्यस्त थे। उनको सूचना मिली की एक गाड़ी में कुछ संदिग्ध किस्म के लोग पानीपत की तरफ आ रहे हैं।
फिरौती मांगने व फायरिंग करने व विभिन्न मामलो के आरोपी को पकड़ने के लिए सीआईए की टीम आरोपियों का पीछा कर रही थी। बदमाश बिना नंबर प्लेट की सिल्वर गाड़ी में सवार थे। जैसे ही बदमाश नारायणा रोड पर ढोडपुर मोड़ पर पहुंचे तो वहां अंधेरा का फायदा उठाकर बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग करनी शुरू कर दी।
पुलिस ने बदमाशों को आत्मसमर्पण करने को भी कहा लेकिन बदमाशों ने फायरिंग कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। जवाबी फायरिंग में दोनों बदमाशों को गोलियां लगीं। पुलिस ने दो बदमाशों को काबू किया और मौके से दोनों को सिविल अस्पताल लाया गया। जहां जांच में एक को मृत घोषित कर दिया। जबकि दूसरे की हालत नाजुक होने के चलते उसे रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया।
डीएसपी सुरेश सैनी ओर सीआईए की टीम सिविल अस्पताल पहुंची।
पुलिस जांच में शव की शिनाख्त राकेश उर्फ राका ( 32) निवासी सिसाना सोनीपत के रूप में हुई। राकेश उर्फ राका लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर प्रियव्रत फौजी का छोटा भाई निकला। वहीं घायल प्रवीण उर्फ सोनू जाट निवासी हरी नगर पानीपत के रूप में हुई सोनू जाट के पैर में गोली लगी हुई है। पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत देर रात करीब 11बजे सिविल अस्पताल पहुंचे। पुलिस ने सबको फिलहाल माइनर ओटी में रखा है।
पानीपत में मांगी गई थी रंगदारी
प्रियव्रत उर्फ फौजी ने तहसील कैंप में एक मिष्ठान भंडार संचालक व एक डेयरी संचालक से 50 लाख से एक करोड़ तक की रंगदारी मांगी थी। इस मामले में तहसील कैंप थाना पुलिस में मुकदमा दर्ज है। पुलिस ने पिछले दिनों प्रियव्रत को गिरफ्तार किया था। इस मामले में पुलिस अन्य आरोपियों की भी धरपकड़ की जा रही थी। वही कुरुक्षेत्र में भी रंगदारी का एक मामला और सामने आया था। जानकारों का कहना है कि उक्त आरोपियों ने कुरुक्षेत्र में भी रंगदारी मांगी थी।