मुंबई। Maharashtra Political Crisis update: महाराष्ट्र की सियासत में मंगलवार को बयानबाजी का दौर जारी रहा तो वहीं बुधवार को अहम दिन साबित होने वाला है क्योंकि एनसीपी से बगावत करने वाले अजित पवार गुट और एनसीपी की शरद पवार गुट दोनों की अहम बैठकें होने वाली हैं।
शक्ति प्रदर्शन के वास्ते दोनों गुटों ने बुधवार को अलग-अलग बैठक बुलाई है। एकनाथ शिंदे गूट के मंत्री दीपक केसरकर के बंगले रामटेक पर शिंदे गुट के प्रमुख नेताओं की बैठक हुई है।
जानिए महाराष्ट्र की सियासत से आज क्या होगा-
विधायकों को व्हिप जारी : शरद पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने मंगलवार को सभी विधायकों को ‘व्हिप’ जारी कर उन्हें उपस्थित रहने को कहा है।
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मुख्य सचेतक जितेन्द्र आव्हाड ने एक पंक्ति वाले इस व्हिप में कहा है कि शरद पवार ने आज वाई बी चव्हाण सेंटर में अपराह्न एक बजे बैठक बुलाई है और सभी विधायकों की उपस्थिति अनिवार्य है।
शरद पवार गुट ने दावा किया है कि सरकार में शामिल अजित पवार सहित केवल नौ विधायकों ने ही पाला बदला है और बाकी शरद पवार के साथ हैं। अजित पवार के शिवसेना-भाजपा सरकार में आठ अन्य विधायकों के साथ रविवार को शामिल होने के बाद शरद पवार ने आव्हाड को मुख्य सचेतक नामित किया है।
अजित पवार भी करेगा बैठक : अजित पवार गुट भी बुधवार को मुंबई में एक अलग बैठक करेगा। अजित पवार गुट ने महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष से प्रदेश राकांपा प्रमुख जयंत पाटिल और जितेन्द्र आव्हाड को सदन की सदस्यता से अयोग्य घोषित करने की मांग की है।
बैठक से साफ होगी तस्वीर : दोनों गुटों की बैठक से स्थिति स्पष्ट होने की उम्मीद है कि किसके साथ कितने विधायक हैं। 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में राकांपा के 53 विधायक हैं और अजित पवार गुट को दलबदल कानून के तहत अयोग्य ठहराए जाने से बचने के लिए कम से कम 36 विधायकों का समर्थन चाहिए। अजित पवार गुट ने 40 विधायकों के समर्थन का दावा किया है।
शिंदे की शिवसेना गुट की बैठक : मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना की कोर समिति ने अजित पवार सहित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नौ विधायकों के प्रदेश सरकार में शामिल होने के बाद राज्य में उपजे राजनीतिक हालात पर चर्चा के लिए मंगलवार रात यहां एक बैठक की। पार्टी के एक सूत्र ने बताया कि यह बैठक स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर के आधिकारिक आवास पर हुई।
महाराष्ट्र में मौजूदा मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री शिंदे सहित शिवसेना के दस मंत्री हैं। मंत्रिमंडल में भाजपा के भी इतने ही मंत्री शामिल हैं।
रविवार को राकांपा के नौ विधायकों के सरकार का हिस्सा बनने से मंत्रियों की कुल संख्या बढ़कर 29 हो गई, जबकि संवैधानिक सीमा के अनुसार राज्य में कुल 43 मंत्री हो सकते हैं।
सूत्रों ने बताया कि शिवसेना की बैठक में चर्चा इस अटकल के इर्द-गिर्द घूमती रही कि अजित पवार के नेतृत्व वाले राकांपा नेताओं को सरकार में शामिल करके भाजपा शिंदे नीत शिवसेना को यह संदेश देना चाहती है कि वह उसके बिना भी जा सकती है।
कांग्रेस की भी बैठक : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एचके पाटिल ने मंगलवार को यहां विधायक दल की बैठक में भाग लेने के बाद कहा कि पार्टी महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद पर सही समय पर फैसला करेगी।
महाराष्ट्र के कांग्रेस प्रभारी पाटिल ने यह भी कहा कि राकांपा नेता अजित पवार के शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल होने के मद्देनजर राज्य में राजनीतिक घटनाक्रम के बीच पार्टी ‘इंतजार करेगी।’
कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता बालासाहेब थोराट ने कहा कि बैठक में राज्य की राजनीतिक स्थिति, कांग्रेस और महा विकास आघाड़ी (एमवीए) की रणनीति पर चर्चा हुई।
पाटिल ने कहा कि कांग्रेस राज्य की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर नजर रखे हुए है। उन्होंने कहा कि आज हमारी भूमिका इंतजार करने और देखने की है। जिस पार्टी के सदस्यों की संख्या सबसे अधिक होगी, वह विपक्ष के नेता पद पर दावा करेगी। राकांपा कल दो अलग-अलग बैठकें कर रही है, जिसके बाद उद्धव ठाकरे और शरद पवार से चर्चा करके अगली रणनीति तय की जाएगी।