पंचकूला : ‘‘भारत की आजादी के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत 10 मई, 1857 की प्रात: अंबाला छावनी में भारत माता के वीर जवानों ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ विद्रोह करके कर दी थी। इस बात की ऐतिहासिक रूप से पुष्टि हो जाने के बाद सन् 2007 में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम-1857 की 150वीं वर्षगांठ पर हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अध्यक्षता में बनी एक राज्य स्तरीय समिति ने अंबाला छावनी में राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर-1 पर 22 एकड़ भूमि पर ‘राष्ट्रीय शहीदी स्मारक’ बनाने का निर्णय लिया था, परंतु खेद का विषय है कि स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार में जन्मे भूपेंद्र ङ्क्षसंह हुड्डा को अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में 15 अगस्त, 2014 तक भी इस प्रस्तावित ‘राष्ट्रीय शहीदी स्मारक’ का शिलान्यास करने तक का समय नहीं मिला। हमारी पुरजोर मांग पर हरियाणा के वर्तमान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा के खेल व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की उपस्थिति में गत वर्ष 11 मई, 2015 को इस प्रस्तावित ‘राष्ट्रीय शहीदी स्मारक’ का नींव पत्थर तो रख दिया था, परंतु गत एक वर्ष की अवधि के दौरान इस शहीदी स्मारक के निर्माण हेतु एक ईंट भी नहीं लगवाई गई।
हरियाणा सरकार को चाहिए कि वह अंबाला छावनी में बनने वाले इस ‘राष्ट्रीय शहीदी स्मारक’ का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर तत्काल शुरू करवायें और इसे भारत की आजादी के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की 160वीं जयंती पर अगले वर्ष 10 मई, 2017 को भारत की जनता को समर्पित करे, ताकि भारत माता की आजादी के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 में पूरे देश में शहीद हुए साढ़े तीन लाख से ज्यादा भारत माता के सपूतों को उनका गौरवमयी स्थान प्राप्त हो सके।’’
उपरोक्त विचार ‘जागो युवा जागो मंच’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पंजाब व हरियाणा हाई कोर्ट चंडीगढ़ के एडवोकेट अरुण जौहर ने आज अंबाला छावनी के प्रस्तावित राष्ट्रीय शहीदी स्मारक स्थल पर भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम-1857 की 159वीं वर्षगांठ पर तिरंगा लहराकर उपस्थित युवा साथियों के समक्ष व्यक्त किए। श्री जौहर ने कहा कि 26 जनवरी, 2013 से लगातार वे अपने युवा क्रांतिकारी साथियों के साथ इस प्रस्तावित ‘राष्ट्रीय शहीदी स्मारक’ स्थल पर 26 जनवरी, 15 अगस्त तथा 10 मई को तिरंगा लहराकर 1857 के उन महान शहीदों को न केवल अपने श्रद्धासुमन अर्पित करने आते हैं, अपितु हरियाणा सरकार से इस प्रस्तावित राष्ट्रीय शहीदी स्मारक को शीघ्र अति शीघ्र बनवाने की मांग भी करते आ रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर एवं अंबाला छावनी से पांचवी बार विधायक बनने वाले हरियाणा के स्वास्थ्य, खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अनिल विज को चाहिए कि जनता से किए गए अपने वायदे को वे एक साल की अवधि में पूरा करके, भारत माता के उन शहीद सपूतों का दिव्य आशीर्वाद प्राप्त करें, जिन्होंने हंसते-हंसते भारत माता को गुलामी की जंजीरों से मुक्त करवाने हेतु अपने प्राणों की आहुति दे दी थी।
इस अवसर पर 28 क्रांतिकारियों पर पुस्तकें लिखने वाले सुप्रसिद्ध इतिहासकार एवं ‘जागो युवा जागो मंच’ के संरक्षक डा. एम.एम. जुनेजा ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर के इस शहीदी स्मारक बनने से भारतीय युवाओं में भारत माता के प्रति एक नया जोश व जज्बा पैदा होगा। अंबाला के इतिहासकार डा. यू.वी. सिंह ने 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में अंबाला छावनी में ब्रिटिश साम्राज्यवाद के विरूद्ध बगावत की इस ऐतिहासिक क्रांतिकारी घटना पर अपने विस्तृत विचार रखे। जागो युवा जागो मंच के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं अंबाला के वरिष्ठ पत्रकार एस.पी. सिंह ने आशा प्रकट की कि हरियाणा की वर्तमान सरकार इस महान ‘राष्ट्रीय शहीदी स्मारक’ के निर्माण कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देगी।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर व स्वास्थ्य एवं खेल मंत्री अनिल विज की इस राष्ट्रीय स्तर के स्मारक में विशेष अभिरूचि होने के बावजूद, इसका निर्माण कार्य गत एक वर्ष की अवधि के दौरान क्यों प्रारंभ नहीं हो सका, इस पर उपस्थित युवा साथियों से अपनी चिंता सांझा करते हुए अंबाला के एडवोकेट विजय धीमान ने कहा कि सिर्फ बजट राशि बढ़ाने से नहीं, बल्कि निर्माण कार्य को तुरंत प्रभाव से प्रारंभ करने से ये राष्ट्रीय स्तर का शहीदी स्मारक बनकर तैयार होगा।
अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार संगठन के अध्यक्ष एडवोकेट सत्यव्रत भौंसले ने भारत के युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि आज समय की मांग है कि भारतीय युवा उसी जोश व जज्बे से भारत माता की सेवा में जुट जायें, जैसा जोश हमारे स्वतंत्रता सेनानियों व देशभक्तों में था। शहीद भगत सिंह जागृति मंच, पंचकूला के अध्यक्ष जगदीश भगत सिंह ने अपने जोशिले व इंकलाबी नारों से उपस्थित युवाओं में जोश भर दिया। अंबाला के प्रसिद्ध समाजसेवी एवं एडवोकेट जब्बर सिंह चौधरी ने इस अवसर पर पधारे सभी महानुभावों एवं युवा साथियों का धन्यवाद किया।
ज्ञात रहे कि अंबाला छावनी में बनने वाले इस प्रस्तावित राष्ट्रीय शहीदी स्मारक के प्रांगण में मेमोरियल टॉवर के अतिरिक्त भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की विस्तृत जानकारी से ओत-प्रोत एक म्यूजियम भी होगा, जो भारतीय बच्चों एवं युवाओं में देशभक्ति की भावना जागृत करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। इसके अतिरिक्त 250 सीटों का अत्याधुनिक आडिटोरियम, ओपन एयर थियेटर, लाइब्रेरी, पर्यटकों एवं बच्चों के लिए मनोरंजन पार्क व फूड कोर्ट के साथ-साथ देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए एक हैलीपेड भी बनाया जाएगा। इस अवसर पर सरदार साहिब सिंह, अमनदीप सिंह, सत्यन सहारसर, योग गुरु अरविंद सूरी, डा. नरेश सैनी, एडवोकेट राजेश शर्मा की उपस्थित सराहनीय रही।