PM Modi US Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरे के अंतिम दिन कैनेडी सेंटर पहुंचे। जहां उन्होंने यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम (USISPF) कार्यक्रम को संबोधित किया।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत की 100 से ज़्यादा पुरानी मुर्तियां जो हमारे यहां से चोरी हुई थीं, उसे लौटाने का फैसला लिया गया है। यह पुरातन वस्तुएं वर्षों पहले अलग-अलग तरीकों से अंतरर्राष्ट्रीय बाजार में पहुंच गई थी। इसे लौटाने के लिए मैं अमेरिकी सरकार का विशेष रूप से आभार व्यक्त करता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि किसी दूसरे देश की भावनाओं का सम्मान करने से दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूती देते हैं। पिछली बार भी मुझे बहुत सी ऐतिहासिक चीजें लौटाई गई थीं। मैं दुनिया में जहां भी जाता हूं वहां के लोगों को लगता है ये सही व्यक्ति है, इसे सुपुर्द करो। सही जगह लेकर जाएगा।
अब अमेरिका में ही रिन्यू होंगे H-1B वीजा
पीएम मोदी ने कहा कि आपकी जरूरतों को देखते हुए भारत इस साल सिएटल में एक नया वाणिज्य दूतावास खोलने जा रहा है। इसके आलावा अमेरिका के 2 और शहरों में भी भारतीय वाणिज्य दूतावास खोले जाएंगे। अब अहमदाबाद और बेंगलुरु में भी अमेरिका के नए वाणिज्य दूतावास खुलने जा रहे हैं। अब यह निर्णय लिया गया है कि H1B वीजा का नवीनीकरण अमेरिका में ही किया जा सकेगा।
100 से ज्यादा भारतीय भाषाओं पर काम करेगा AI
पीएम मोदी ने कहा कि भारत में गूगल का AI रिसर्च सेंटर 100 से ज्यादा भारतीय भाषा पर काम करेगा। इससे भारत में ऐसे बच्चों को पढ़ने में आसानी होगी जिनकी मातृभाषा अंग्रेजी नहीं है और दूसरी यह कि भारत सरकार की मदद से यहां यूनिवर्सिटी ऑफ ह्यूस्टन में तमिल स्टडी चेयर की स्थापना की जाएगी। इससे तमिल संस्कृति और दुनिया की सबसे प्राचीन तमिल भाषा का प्रभाव बढ़ाने में और मदद मिलेगी।
अब दुकानदार टोक देता है कि डिजिटल ऐप नहीं है क्या?
पीएम मोदी ने कहा कि भारत में पिछले वर्षों में डिजिटल क्रांति आई है वह अभूतपूर्व है। हो सकता है आप अपने गांव की दुकान में जाए तो आप दुकानदार को कैश दें लेकिन आपको दुकानदार कहे कि भईया मोबाइल फोन पर कोई डिजिटल एप नहीं है क्या? संडे हो या मंडे बैंकिंग लेनदेन पर इससे कोई फर्क नहीं होता। भारत में आ रहे ऐसे बदलावों के मैं कई उदाहरण दे सकता हूं।
अमेरिकी विदेश मंत्री बोले- ऐतिहासिक रही यात्रा
यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम (USISPF) कार्यक्रम में अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि प्रधानमंत्री यह वास्तव में वाशिंगटन की एक ऐतिहासिक यात्रा रही है। वहीं, USISPF अध्यक्ष जॉन टी. चैंबर्स ने कहा कि
मैं 35 वर्षों में दुनिया भर के संभवतः 40 शीर्ष नेताओं से मिल चुका हूं। और जब मैं पहली बार प्रधानमंत्री से मिला, ये बिल्कुल अलग हैं। उनके पास एक ऐसी ऊर्जा है जो अद्भुत है। उन्हें प्रौद्योगिकी की समझ है और समझ है कि प्रौद्योगिकी एक देश को कैसे सक्षम बना सकती है। उन्होंने एक दृष्टिकोण को एक रणनीति से जोड़ा, उसे पूरा करने की प्राथमिकताएं क्या हैं, उसे परिणामों से जोड़ा।