नई दिल्ली : पीएमओ की फटकार के बाद सक्रिय हुआ गंगा मिशन। नए निदेशक ने आते ही घाट सौंदर्यिकरण से जुड़ी 2446 करोड़ की पिरयोजनाओं को मंजूरी देदी गई ।
प्रधानमंत्री कार्यालय की फटकार के बाद गंगा की स्वच्छता और निर्मलता को सुनिश्चित करने के लिए गंगा मिशन फिर से सक्रिय हो गया है। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के नए मिशन निदेशक के रूप में कामकाज संभालते ही रजत भार्गव ने गंगा घाटों और उसके किनारे बने श्मशान स्थलों के विकास से जुड़ी 2446 करोड़ की परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है। ताकि अभियान की सफलता मिशन मोड पर सुनिश्चित की जा सके।
टीवीएसएन प्रसाद को मिशन के निदेशक पद से हटाए जाने के बाद लंबे अरसे से राष्ट्रीय गंगा मिशन निदेशक का पद रिक्त था। लेकिन बीते दिनों पीएमओ की फटकार के बाद रजत भार्गव के रूप में न सिर्फ मिशन को नया निदेशक मिला है। बल्कि उन्होंने आते ही कामकाज की रफ्तार भी बढ़ा दी है।घाटों और श्मसानों के सौंदर्यिकरण के लिए जिन परियोजनाओं को मंजूरी मिली है। उसमें हरिद्वार से उत्तराखंड की यूपी सीमा तक, उत्तर प्रदेश में गढ़मुक्तेश्वर और बिहार तथा झारखंड से जुड़ी परियोजनाएं हैं। तो दिल्ली में बने यमुना घाटों और श्मशान स्थलों को चमकाने की योजना भी इन परियोजनाओं में शामिल है। इन परियोजनाओं के खर्च का पूरा जिम्मा केंद्र सरकार वहन करेगी।