Republic Day 2025: भारत आज अपना 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. इस राष्ट्रीय पर्व में देश का गौरवशाली संवैधानिक इतिहास समाया हुआ है. हर साल गणतंत्र दिवस मनाने की तैयारियां करीब छह महीने पहले ही शुरू हो जाती हैं. जिसमें सबसे पहले मुख्य अतिथि का चयन किया जाता है. इस साल 2025 में भारत का अपना 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. ऐसे में ये साल भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण हो जाता है. क्योंकि हमारे संविधान को लागू हुए 75 वर्ष पूरे हो चुके हैं. जिसके लिए सरकार ने इस बार खास तैयारियां की हैं. इस बार गणतंत्र दिवस पर कई चीजें पहली बार देखने को मिलेंगी.
कर्तव्य पथ पर दिखेगी तीनों सेनाओं की संयुक्त झांकी
इस बार गणतंत्र दिवस के मौके पर तीनों सेनाओं की संयुक्त झांकी देखने को मिलेगी. जो देशवासियों के सामने संयुक्तता और एकीकरण की भावना का प्रदर्शन करेंगी. बता दें कि ये पहली बार है जब गणतंत्र दिवस परेड में तीनों सेनाओं की झांकी एक साथ नजर आएगी. यह झांकी ‘सशक्त और सुरक्षित भारत’ की विषय-वस्तु के साथ-साथ, सशस्त्र बलों में संयुक्तता और एकीकरण के वैचारिक दृष्टिकोण को दर्शाएगी. जिसमें तीनों सेनाओं के बीच सामंजस्य और संचार को सुविधाजनक बनाने वाले संयुक्त संचालन कक्ष को दर्शाया जाएगा.
इस दौरान युद्ध क्षेत्र के परिदृश्यों का प्रदर्शन होगा. जिसमें जमीन, पानी और हवा में समकालिक ऑपरेशन का प्रदर्शन भी देखने को मिलेगा. इस झांकी में स्वदेशी अर्जुन मुख्य युद्धक टैंक, तेजस एमके II लड़ाकू विमान, उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर, विध्वंसक युद्धपोत आईएनएस विशाखापत्तनम और एक दूर से संचालित होने वाले विमान की भी झलक देखने को मिलेगी. जिसमें बहु-डोमेन परिचालनों में तीनों सेनाओं के तालमेल का प्रदर्शन दिखेगा. जो रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता को हासिल करने का उदाहरण है.
600 से ज्यादा पंचायत सदस्य होंगे मेहमान
इसके साथ ही इस बार 600 से ज्यादा पंचायत सदस्यों को भी गणतंत्र दिवस के लिए आमंत्रित किया गया है. पंचायती राज मंत्रालय (MOPR) ने 26 जनवरी 2025 को नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड देखने के इन्हें विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है. ये विशेष अतिथि अपनी-अपनी पंचायतों में प्रमुख योजनाओं के तहत लाभार्थियों की परिपूर्णता पर उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए चुने गए हैं.
‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ पर झांकियों का प्रदर्शन
इस बार गणतंत्र दिवस परेड में ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ विषय पर कर्तव्य पथ पर परेड के दौरान 16 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र सरकार के 10 मंत्रालयों की भी झांकियों का प्रदर्शन देखने को मिलेगा. इन झांकियों में भारत की विविध शक्तियों और इसके निरंतर विकसित होते सांस्कृतिक समावेश की एक शानदार झलक देखने को मिलेगी.