नई दिल्ली : बिहार विधानसभा चुनाव में एलजेपी के बयानों के चलते लग रहे कयासों पर गृहमंत्री और बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सफाई दी है। अमित शाह ने सभी कयासों पर फुलस्टॉप लगाते हुए कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही एनडीए चुनाव लड़ रहा है और बिहार के अगले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही होंगे।
न्यूज 18 को दिए इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा कि मैं फिर कहना चाहता हूं कि बिहार में चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जा रहा है और नरेंद्र मोदी जी देश में एनडीए के सर्वमान्य नेता हैं। जो कुछ भी भ्रांतिया फैलाना चाहता है मैं उस पर फुलस्टॉप लगाना चाहता हूं कि नीतीश कुमार ही बिहार के अगले मुख्यमंत्री होंगे। अमित शाह ने कहा कि अगर मगर को कोई सवाल ही नहीं है। एनडीए को दो तिहाई बहुमत मिलने जा रहा है और नीतीश कुमार ही बिहार के मुख्यमंत्री होंगे।
चिराग पासवान और लोजपा नेताओं के बयानों पर बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि हमने और जेडीयू ने लोजपा को काफी ज्यादा सीटें देने की कोशिश की थीं। हमने आखिर तक कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी। हमने फिर भी अपनी तरफ से गठबंधन नहीं तोड़ा बल्कि लोजपा ही अलग हुई। शाह ने कहा कि 2015 में जेडीयू हमसे अलग थी। बीच में वे हमारे साथ आए तो हमारी भी सीटें कम हुईं और लोजपा की भी कम होनी थी लेकिन ये नहीं हो पाया जिसके चलते हमें अलग होना पड़ा।
साथी के जाने से नुकसान होता है- शाह
शाह ने कहा कि कार्यकर्ताओं में कोई कन्फ्यूजन नहीं है। जहां पर जेडीयू, हम और वीआईपी के कैंडीडेट हैं वहां पर भाजपा कार्यकर्ता उन्हें जिताने का काम करेंगे। दूसरे दलों के कार्यकर्ता भी भाजपा की सीटों पर यही करेंगे।
लोजपा के अलग होने से नुकसान के सवाल पर शाह ने कहा कि साथी के जाने का दुख भी होता है और साथी के जाने का नुकसान भी होता है। लेकिन आपके हाथ में बात न हो तो क्या कर सकते हैं। वहीं चुनाव के बाद लोजपा के फिर से सरकार में शामिल होने पर शाह ने कहा चुनाव के बाद देखेंगे।
चिराग ने दिया था ये बयान
बता दें कि एक दिन पहले ही चिराग पासवान ने कहा था कि मुझे प्रधानमंत्री की तस्वीर की जरूरत नहीं है। मैं तो उनका हनुमान हूं, मोदी जी मेरे दिल में बसते हैं। सीना चीर कर भी दिखा सकता हूं। यही नहीं चिराग ने ये भी कहा था कि अलग होने से पहले उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह के सामने अपनी बात रखी थी लेकिन वो चुप रहे और कोई जवाब नहीं दिया।
बिहार में चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ रही है। बावजूद इसके लोजपा नेता पीएम मोदी की तारीफ कर रहे हैं और केवल जेडीयू के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। अलग होने के समय ही लोजपा ने कहा था कि चुनाव के बाद भाजपा-लोजपा की सरकार बनेगी। इतना ही नहीं पार्टी ने भाजपा के कई बागियों को उन सीटों पर प्रत्याशी बनाया है जो एनडीए में जेडीयू के खाते में गईं हैं।