*प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के बीच हरियाणा में होगा सरस्वती महोत्सव का आयोजन*
*सरस्वती हेरिटेज बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने कहा
इस बार सरस्वती महोत्सव 29 जनवरी से 2 फरवरी तक होगा
महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी 29 जनवरी को शुभारंभ करेंगे– धुमन सिंह किरमच
धुमन सिंह किरमच ने कहा महोत्सव में श्रद्धा , संस्कृति और आस्था का संगम होगा
इस बार सरस्वती महोत्सव विशेष इसलिए है क्योंकि महाकुंभ में संयोग वर्षों बाद बना है– धुमन सिंह किरमच
महाकुंभ में सरस्वती का एक हिस्सा है लोग मानते भी है सरस्वती इस महाकुंभ में बहती रही है
प्राचीन समय में तो हरियाणा में सरस्वती बिलासपुर से लेकर यहां कुरुक्षेत्र से होते हुए पंजाब के सांगरा तक बहती रही है– धुमन सिंह किरमच
हरियाणा की नदियां हैं उनका संगम सरस्वती है जो 5 से 7 हजार वर्ष पहले लुप्त हो गई कुछ टेक्निकल और भूकम्पीय घटनाएं ऐसी हुई थी और जिस ग्लेशियर से गंगा जमुना सरस्वती निकलती थी तो वहां से सरस्वती का जो क्षेत्र है वह थोड़ा सा ऊपर उठ गया
गंगा जमुना का नीचे रह गई थी ऐसा साइंटिस्ट सभी बोलते हैं
महाकुंभ में 50 करोड लोग डुबकी लगाने जा रहे हैं एक बड़ा संगम है इसमें भी सरस्वती का हिस्सा है– धुमन सिंह किरमच
*इस बार सरस्वती महोत्सव में भी लोग आस्था की डुबकी लगा सकेंगे — धुमन सिंह किरमच*
आदि बद्री और पिहोव में ऐसे घाट तैयार किए हैं जो महाकुंभ में नहीं जा पाएंगे वह यहां पर स्नान कर पाएंगे
हमारे पुराने जितने जनपद थे उसमें सरस्वती का पूरा वर्णन दिखता है
महाभारत के युद्ध में कृष्ण के भाई बलराम ने द्वारका से लेकर आदि बद्री तक 18 दिन में सरस्वती की यात्रा की थी इसका सभी ग्रन्थों में वर्णन है — धुमन सिंह किरमच
*सरस्वती को लेकर हरियाणा में जो 10 साल में जो काम हुआ है उसकी पूरी तरीके से रिकॉर्ड पर रखा गया है — धुमन सिंह किरमच*
इसरो ने भी अपने पूरे मैप में पूरा वर्णन सरस्वती का किया है
इसरो की जो मैपिंग की गई है उसमें भी सरस्वती के पूरे ट्रैक नजर आते हैं– धुमन सिंह किरमच
2022 में हरियाणा में जो फ्लड आया था उस वक्त सिरसा ऑटो हेड के जब गेट खोले तो पानी नेचुरल ट्रैक सरस्वती से होते हुए पाकिस्तान तक गया है — धुमन सिंह किरमच
जितनी आर्कियोलॉजी साइट है वह पूरी सरस्वती के किनारे पर है — धुमन सिंह किरमच