पंजाब को देश का औद्योगिक केंद्र बनाने के लिए राज्य सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज यहां कहा कि उनकी सरकार के ठोस प्रयासों के चलते अब तक 86,000 करोड़ रुपए के निवेश के लिए मार्ग प्रशस्त हो गया है, जिससे राज्य के लगभग 3.92 लाख युवाओं के लिए नौकरियों के अवसर पैदा होंगे।
यहां जारी एक बयान में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार औद्योगिकीकरण को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहित करके राज्य को विकास के शिखरों पर ले जाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अपने शासनकाल के केवल 30 महीनों में ही औद्योगिकीकरण को बड़ा प्रोत्साहन दिया है, जिसके परिणामस्वरूप टाटा स्टील, सनातन टेक्सटाइल और अन्य प्रमुख कंपनियां राज्य में निवेश के लिए तैयार खड़ी हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब में सामुदायिक सौहार्द, शांति और सद्भाव का माहौल है, जो राज्य के सर्वांगीण विकास और समृद्धि का मुख्य कारण है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश आने से युवाओं के लिए रोजगार के नए रास्ते खुल रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि इन परियोजनाओं में केवल स्थानीय युवाओं को ही नौकरियां मिलें। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राज्य में निवेश करने के इच्छुक निवेशकों के सामने यही एकमात्र शर्त रखी जा रही है ताकि युवा पंजाब के सामाजिक-आर्थिक विकास में सक्रिय भागीदार बन सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बड़े गर्व और संतोष की बात है कि कंपनियां अपने कारोबार को फैलाने के लिए राज्य के बेहतर बुनियादी ढांचे, बिजली, कुशल मानव संसाधनों और उत्कृष्ट औद्योगिक संस्कृति और काम के अनुकूल माहौल का अधिकतम उपयोग कर रही हैं। उन्होंने कहा कि देश के औद्योगिक केंद्र के रूप में तेजी से उभर रहे पंजाब राज्य में निवेश करके उद्यमियों को बड़ा फायदा हो रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब में औद्योगिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए नए विचारों, नवीन खोजों और प्रयासों के लिए हमेशा तैयार है।
—