Bharat Ratna for ‘Veer Savarkar’: शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मंगलवार को मुलाकात की। 20 मिनट की इस मुलाकात के दौरान पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र सीएम फडणवीस से वीर सावरकर के लिए भारत रत्न की मांग करके भाजपा और कांग्रेस दोनों को खुली चुनौती दे डाली है।
बता दें नागपुर में विधान सभा सत्र के बाद प्रेस वार्ता के दौरान उद्धव ठाकरे ने सावरकर को भारत के सबसे प्रतिष्ठित नागरिक पुरस्कार से सम्मानित करने में भाजपा की अनिच्छा पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा महाराष्ट्र के वर्तमान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रधानमंत्री मोदी से सावरकर को भारत रत्न देने पर विचार करने की याचिका दायर की थी।
वीर सावरकर को दिया जाए भारत रत्न
उद्धव ठाकरे ने कहा, “जब देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर सावरकर के लिए भारत रत्न की मांग की थी। अब जब वो एक बार फिर मुख्यमंत्री बन गए हैं, लेकिन उनकी मांग पर कोई विचार नहीं किया गया। इसलिए भाजपा को सावरकर के बारे में बात करने का कोई अधिकार नहीं है। मैं अपनी मांग दोहराता हूं कि सावरकर को देश का सर्वोच्च सम्मान दिया जाना चाहिए।”
वीर सावरकर को लेकर कांग्रेस-भाजपा के बीच रहा है विवाद
बता दें कांग्रेस और भाजपा के बीच लंबे समय से वीर सावरक के मुद्दें पर विवाद रहा है। भाजपा सावरकर को स्वतंत्रा सेनानी के रूप में सम्मान देती आई है और कांग्रेस द्वारा सावरकर को कमतर आंकने के लिए कांग्रेस की आलोचना करती आई है।
सावरक को भारत रत्न की मांग पर कांग्रेस ने साधी चुप्पी
सांसद राहुल गांधी समेत कांग्रेस नेताओं द्वारा सावरकर के विरोध में बयान दिया जाता रहा है और जबकि सावरकर की विचारधाराओं और कार्यों की उनकी ऐतिहासिक आलोचना रही है। लेकिन उद्धव ठाकरे द्वारा वीर सावरकर को भारत रत्न की मांग किए जाने पर कांग्रेस चुप्पी साधे हुई है।
कांग्रेस ने क्यों साधी चुप्पी बता दें कांग्रेस की यह चुप्पी
विशेष रूप से लोकसभा में एक सत्र के दौरान अंग्रेजों के प्रति सावरकर के दृष्टिकोण के बारे में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की आलोचना के बाद स्पष्ट हुई है। वहीं उद्धव ठाकरे द्वारा सावरकर की वकालत और फडणवीस तक उनकी पहुँच महाराष्ट्र के राजनीतिक परिदृश्य को बदलने के लिए एक रणनीतिक कदम है।
ठाकरे ने कांग्रेस भाजपा को कांग्रेस को नेहरू-सावरकर को लेकर दी ये सलाह
गौरतलब है कि उद्वव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे ने भाजपा और कांग्रेस दोनों से नेहरू और सावरकर जैसे व्यक्तियों पर ऐतिहासिक बहस से आगे बढ़ने का आग्रह किया है। ठाकरे ने जोर देते हुए कहा, “नेहरू और सावरकर दोनों ऐतिहासिक व्यक्ति हैं जिन्होंने अपना योगदान दिया। आज हमें विकास पर ध्यान केंद्रित करने, किसानों की समस्याओं को हल करने, बुनियादी ढांचे में सुधार करने और बेरोजगारी को खत्म करने की जरूरत है।” उन्होंने राज्य के ज्वलंत मुद्दों को संबोधित करने के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण की वकालत की।