Priyanka Gandhi in Parliament: कांग्रेस की प्रमुख नेता और गांधी परिवार की बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा ने लोकसभा में सांसद के रूप में शपथ लेकर इतिहास रच दिया है। यह एक महत्वपूर्ण क्षण था क्योंकि दशकों में यह पहली बार है कि नेहरू-गांधी परिवार के तीनों सदस्य-सोनिया, राहुल और प्रियंका-अब संसद में हैं।
सुनहरे बॉर्डर वाली केरल की पारंपरिक सफेद साड़ी पहने हुए वायनाड सांसद प्रियंका गांधी ने संविधान की एक प्रति को मजबूती से पकड़े हुए शपथ ली। याद रहे प्रियंका गांधी के भाई राहुल उत्तर प्रदेश के रायबरेली से लोकसभा सांसद हैं, जबकि उनकी मां सोनिया राज्यसभा सांसद हैं।
संसद में गांधी परिवार की सांसद मां-बेटी-बेटे की जोड़ी खूब चर्चा और आकर्षण का केंद्र रही। दिखने और बोलने के तरीके में समानता के लिए अक्सर उनकी तुलना उनकी दादी और भारत की पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी से की जाती है, प्रियंका गांधी सक्रिय राजनीति में प्रवेश के बाद से मां सोनिया और भाई राहुलऔर उससे पहले भी कांग्रेस के लिए प्रचार करती रही हैं, जब उन्होंने उनके लिए प्रचार किया था।
प्रियंका गांधी ने वायनाड में लड़ा था पहला चुनाव, बनीं सांसद
हाल ही में हुए वायनाड में हुए लोकसभा उपचुनावों में प्रियंका गांधी वाड्रा ने 410,931 मतों के प्रभावशाली अंतर से वायनाड लोकसभा सीट पर जीत हासिल की। उन्होंने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के सत्यन मोकेरी को हराया।
वायनाड सीट पर प्रियंका गांधी ने दर्ज की शानदार जीत
यह सीट पहले उनके भाई राहुल गांधी के पास थी, लेकिन उत्तर प्रदेश के रायबरेली से चुनाव लड़ने के बाद यह सीट फिर से उनके परिवार के पास आ गई। इस साल के आम चुनावों में उन्होंने अपनी सीट सुरक्षित कर ली। वायनाड की लड़ाई में तीन-तरफ़ा मुक़ाबला था, जिसमें प्रियंका का मुकाबला भाजपा की नव्या हरिदास और सीपीआई के सत्यन मोकेरी से था। जिसके चार लाख से अधिक वोटों के अंतर से हराया है।
वायनाड में प्रिंयका ने कांग्रेस को किया और मजबूत
वायनाड में कांग्रेस पार्टी का मजबूत गढ़ रहा है, अपनी चुनावी जीत के बाद, प्रियंका गांधी ने इस क्षेत्र कांग्रेस को और मजबूत कर दिया है। सांसद बनने के बाद पहली बार संसद में शपथ लेने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा संसद में वो वायनाड के मुद्दों को मजबूती से रखेगी और वायनाड की जनता के हित की लड़ाई लड़ने के लिए तत्पर रहेंगी।