प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुयाना में प्रवासी भारतीयों को बीच देश की सभ्यता और संस्कृति की बात की। उन्होंने कहा कि हर भारतीय दिल के अपने देश के प्रति अटूट लगाव है। ऐसे में भारतीय मूल का कोई भी किसी भी देश में रहे, उसके दिल में भारत के प्रति हमेशा आदर, सम्नान और एक जुड़ाव का भाव रहता है। गुयाना में प्रवासी भारतीयों से मिलकर गदगद हुए पीएम ने दावा किया कि वे लोग जिन्होंने भारत से छोड़कर दूसरे देश की नागरिकता ले चुके हैं और वहीं रह रहे हैं, वे भी भारत को अपने दिल से नहीं निकाल सकते।
पीएम मोदी की पांच दिवसीय विदेश यात्रा रविवार यानी आज समाप्त हो रही है। यात्रा के अंतिम दिन पीएम ब्राजील की राजधानी रियो डि जेनेरियो में जी-20 देशों की समिट के बाद पीएम गुयाना पहुंचे जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। पीएम ने गुयाना की संसद को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गुयाना का सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस पाकर वह बेहद सम्मानित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने इस सद्भावना के लिए गुयाना के लोगों को धन्यवाद दिया। पीएम मोदी ने यह पुरस्कार 1.4 अरब भारतीयों और 3 लाख मजबूत इंडो-गुयाना समुदाय और गुयाना के विकास में उनके योगदान के सम्मान में समर्पित किया। पीएम मोदी ने गुयाना के जॉर्जटाउन में आयोजित एक कार्यक्रम में मंच पर आए और भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने गुयाना के नेताओं को उनकी गर्मजोशी और दयालुता के लिए धन्यवाद दिया। पीएम ने कहा कि उन्होंने भारत सरकार की ‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल के तहत राष्ट्रपति और अपनी दादी के साथ एक पेड़ लगाया। उन्होंने कहा कि यह एक भावनात्मक क्षण था जिसे वह हमेशा याद रखेंगे।
पीएम ने गुयाना में इंडो-गुयाना समुदाय के सदस्यों के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने खुशी जताई। पीएम मोदी ने आज गुयाना के जॉर्जटाउन में आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए मंच से कहा कि गुयाना के लोगों का प्यार और स्नेह वैसा ही बना हुआ है। पीएम ने कहा, “आप एक भारतीय को भारत से बाहर ले जा सकते हैं, लेकिन आप भारत को एक भारत से बाहर नहीं ले जा सकते।”