मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने बुधवार को रीवा में आयोजित रीजनल इण्डस्ट्रीयल कॉनक्लेव में वर्चुअली उज्जैन में स्थापित होने वाली खाद्य प्रसंस्करण इकाई का भूमिपूजन किया।
उल्लेखनीय है कि उज्जैन में 324 करोड़ रुपये की लागत से विक्रम उद्योगपुरी में मेसर्स महाशियन दी हट्टी प्रा.लि. (एमडीएच) की मसाला उत्पादन इकाई की स्थापना की जायेगी।
इस अवसर पर एमपीआईडीसी द्वारा स्थानीय कार्यक्रम इन्दौर रोड स्थित रूद्राक्ष होटल में आयोजित किया गया।
मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने रीवा में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के सपने को पूरा करने में मध्य प्रदेश अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के द्वारा उद्योगों को निरन्तर प्रोत्साहन देने के लिये रीजनल इण्डस्ट्रीयल कॉनक्लेव का आयोजन संभाग स्तर पर किया जा रहा है। कॉनक्लेव का आयोजन संभागीय स्तर पर करने के पीछे मध्य प्रदेश शासन का उद्देश्य यह है कि सबका सर्वांगीण विकास हो सके और स्थानीय लोगों को रोजगार मिले।
मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कार्यक्रम के दौरान उद्योग इकाई की स्थापना करने वाले उद्योगपतियों से चर्चा की। उज्जैन में एमडीएच की इकाई का भूमिपूजन करने के पश्चात मुख्यमंत्री ने अपनी ओर से सभी को शुभकामनाएं दी। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया।
स्वागत भाषण एमपीआईडीसी के प्रबंध संचालक राजेश राठौड़ ने दिया। राठौड़ ने जानकारी दी कि एमडीएच कंपनी को भूमि आवंटित कर दी गई है। आगामी दिसम्बर-2025 अथवा जनवरी-2026 तक इस इकाई के पूर्ण होने की संभावना है। एमडीएच की मसाला उत्पादन इकाई के उज्जैन में प्रारम्भ होने से निश्चित रूप से मसाला उद्योग को बढ़ावा मिलेगा तथा यहां पर बना मसाला सुदूर क्षेत्रों तक जायेगा।
एमडीएच कंपनी के सुशील मनसोत्रा ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के द्वारा उज्जैन में एमडीएच की इकाई का भूमिपूजन किया गया है। उज्जैन में एमडीएच कंपनी की यह देश की सबसे बड़ी फैक्टरी प्रारम्भ होगी। इसमें लगभग 130 टन मसाले का उत्पादन किया जायेगा। साथ ही यहां के लगभग 800 से अधिक स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। कंपनी द्वारा उज्जैन के स्थानीय किसानों से मसाला क्रय किया जायेगा।