महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले बुधवार को एनसीपी नेता और उपमुख्यमंत्री अजित पवार को बड़ा झटका लगा है. राज्यपाल द्वारा नियुक्त विधान परिषद में विधायक नहीं नियुक्त करने से नाराज अजित पवार गुट के पुणे शहर अध्यक्ष दीपक मानकर सहित 600 कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़ दी.
बुधवार को उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी छोड़ने का ऐलान किया.
बता दें कि राज्यपाल की ओर से 12 में से 7 नेताओं विधायकों के रूप में सूचीबद्ध किया गया है. महाराष्ट्र के राज्यपाल द्वारा नियुक्त विधायकों का शपथ ग्रहण समारोह दोपहर 12 बजे विधान भवन के सेंट्रल हॉल में हुआ. इन सातों में अजित पवार गुट के नेता और छगन भुजबल के बेटे पंकज भुजबल ने शपथ ली. वहीं शिंदे गुट की नेता और पूर्व विधायक मनीषा कायंदे ने शपथ ली. इस पर अजित पवार गुट के पुणे शहर अध्यक्ष दीपक मानकर ने नाराजगी जताई और नगर अध्यक्ष समेत करीब 600 लोगों ने इस्तीफा दे दिया है.
उन्होंने कहा कि मैं अन्य लोगों की तरह आगे नहीं बढ़ सकता. कार्यकर्ताओं ने खुद ही इस्तीफा दिया है. मैं खुद इस्तीफा देता हूं. कार्यकर्ताओं को अपना इस्तीफा वापस लेना चाहिए.
मनोनीत विधायक नहीं बनाए जाने से दीपक मानकर नाराज
उन्होंने सवाल उठाया कि भुजबल साहब के घर में सारे पद दिए जाएंगे तो बाकी कार्यकर्ताओं को कब मौका मिलेगा? मैं यह इस्तीफा शनिवार तक अजित पवार को सौंप दूंगा. पुणे शहर के कार्यकर्ताओं की मांग थी कि दीपक मानकर को विधान परिषद में मौका मिलना चाहिए. यह सब अजित पवार के हाथ में है और उन्होंने पंकज भुजबल को मौका दिया लेकिन मुझे छोड़ दिया?
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