Delhi New Cabinet: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा 17 जून को दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था. उसके बाद पार्टी ने आतिशी को बतौर दिल्ली नई सीएम के लिए अपना नेता चुना है.
गुरुवार को उनके सहयोगी मंत्रियों के नाम का भी खुलासा पार्टी ने कर दिया. दिल्ली की नई कैबिनेट में शामिल मंत्रियों के नाम से ये भी साफ हो गया कि आम आदमी पार्टी की कोशिश सबको साथ लेकर चलने की होगी.
दरअसल, आगामी छह महीने के अंदर दिल्ली विधानसभा चुनाव होना है. आम पार्टी ने दिल्ली का चुनाव महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के साथ नवंबर में कराने की मांग की है, लेकिन वैसा होने की उम्मीद कम है. यही वजह है कि पार्टी ने दिल्ली की नई कैबिनेट के गठन में ज्यादा प्रयोग करने की कोशिश नहीं की है.
चुनावी समीकरण का रखा खास ख्याल
यही वजह है कि आतिशी की कैबिनेट में मतदाताओं के लिहाज से अहम ब्राह्मण, जाट, राजपूत, मुसलमान, ओबीसी और एससी वर्ग के लोगों को जगह देकर आम आदमी पार्टी ने चुनावी समीकरण को भी साधने की कोशिश की है.
संदीप कुमार, राजेंद्र पाल गौतम और राज कुमार आनंद के बाद दिल्ली कैबिनेट में दलित और ओबीसी का चेहरा नहीं था. पार्टी ने सुल्तानपुर माजरा से विधायक मुकेश अहलावत को कैबिनेट में जगह देकर उसकी कमी भी पूरी कर दी है. जहां तक कारोबारी (वैश्य) समुदाय की बाद है तो अरविंद केजरीवाल खुद आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक हैं, जो पार्टी में सबसे ज्यादा अधिकार वाला पद है. इसके अलावा भी संगठन के अहम पदों पर कारोबारी समुदायों के लोग पदासीन हैं.
सुल्तानपुर माजरा के विधायक मुकेश अहलावत खुद को एक कारोबारी मानते हैं. साल 2020 में मुकेश अहलावत ने पहली बार सुल्तानपुर माजरा सीट से आप के टिकट पर चुनाव लड़ा और विधायक चुने गए. उन्हें आतिशी कैबिनेट में पार्टी के दलित समुदाय से कई वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार कर मंत्रिमंडल में शामिल करने का फैसला लिया गया है. आप विधायक अहलावत को उत्तर पश्चिमी दिल्ली से अहम दलित चेहरा माना जाता है.
कैबिनेट में शामिल पुराने चेहरे
दिल्ली की नई सीएम आतिशी की कैबिनेट में नया नाम मुकेश अहलावत का जुड़ा है. बाकी सभी मंत्री वहीं है, जो अरविंद केजरीवाल की कैबिनेट में शामिल थे. दिल्ली कैबिनेट में पहले के सभी चार मंत्रियों को बरकरार रखा गया है. आतिशी कैबिनेट में बरकरार रखे गए दिल्ली मंत्रियों में गोपाल राय, कैलाश गहलोत, सौरभ भारद्वाज और इमरान हुसैन शामिल हैं.
आतिशी ने कही थी ये बात
दिल्ली की नई सीएम आतिशी ने अरविंद केजरीवाल द्वारा अपना उत्तराधिकारी घोषित किए जाने के बाद कहा था, “दिल्ली के लोग, आप विधायक और मैं विधानसभा चुनाव तक कुछ महीनों के लिए सीएम के तौर पर, सिर्फ एक लक्ष्य के साथ काम करेंगे. हमें अरविंद केजरीवाल को एक बार फिर दिल्ली का सीएम बनाना है. जब तक मैं यह बड़ी जिम्मेदारी संभाल रही हूं, मेरा सिर्फ एक लक्ष्य रहेगा. मैं दिल्ली के लोगों की रक्षा करने और अरविंद केजरीवाल के मार्गदर्शन में सरकार चलाने की कोशिश करूंगी.”