कोलकाता आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पातल में 31 साल की ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्याकांड मामले को 16 दिन बीच चुके है। इस घटना के बाद से पूरे देश में गुस्से की लहर है। इस बीच, महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिंता व्यक्त करते हुए महिलाओं के खिलाफ अपराधों को ‘अक्षम्य पाप’ बताया।
महाराष्ट्र के जलगांव में लखपति दीदी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने आश्वासन दिया कि महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। इतना ही नहीं, पीएम मोदी ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों के लिए कठोर दंड सुनिश्चित करने के लिए कानूनों को मजबूत कर रहा है।
इतना ही नहीं, पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग अपराधियों को बचाने में लगे हुए हैं, उन्हें भी बख्शा नहीं जाना चाहिए। कहा कि अस्पताल, स्कूल, कॉलेज और पुलिस विभाग जो भी इसमें शामिल हैं, उनपर भी कार्रवाई होनी चाहिए। पीएम ने जनसभा को संबंधित करते हुए कहा कि सरकार आती-जाती रहती है। लेकिन, हमें अपनी महिलाओं की सुरक्षा करना है और जो लोग महिलाओं के खिलाफ अपराध करते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। पीएम मोदी ने कहा, ‘महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को बनाए रखना समाज और सरकार का कर्तव्य है… हम महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वाले अपराधियों के लिए कानून को मजबूत और सख्त बना रहे हैं।’
पीएम मोदी ने कहा, ‘पहले ऐसी शिकायतें आती थीं कि एफआईआर दर्ज नहीं की जाती थीं। हम बीएनएस लाए और इसमें कई संशोधन किए। अगर कोई महिला पुलिस स्टेशन नहीं जाना चाहती है, तो वह ई-एफआईआर दर्ज करा सकती है। कोई भी ई-एफआईआर में बदलाव या छेड़छाड़ नहीं कर सकता है।’ शादी के बाद महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने ऐसी चिंताओं को दूर करने के लिए बीएनएस में विशेष संशोधन पेश किए हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों से निपटने में केंद्र सरकार राज्य सरकारों के साथ मजबूती से खड़ी है।
पीटीआई की खबर के मुताबिक, महाराष्ट्र के जलगांव में लखपतिदी रैली में बोलते हुए मोदी ने पिछले एक दशक में महिलाओं के लिए अपनी सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। पीएम ने कहा,’2014 तक महिला स्वयं सहायता समूहों को 25,000 करोड़ रुपये से कम ऋण दिए गए थे, लेकिन पिछले 10 वर्षों में 9 लाख करोड़ रुपये की मदद दी गई।’ पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम में लखपति दीदियों से बातचीत की और 4.3 लाख स्वयं सहायता समूहों के 48 लाख सदस्यों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से 2,500 करोड़ रुपये के रिवॉल्विंग फंड का शुभारंभ किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि लखपति दीदी योजना सिर्फ महिलाओं की आय बढ़ाने के बारे में नहीं है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को सशक्त बनाने के बारे में भी है। मोदी ने कहा कि महिलाएं हर घर और परिवार की समृद्धि की गारंटी होती हैं, लेकिन पहले उनके पास सहायता प्रणाली का अभाव था। उन्होंने कहा कि महिलाओं के पास अक्सर संपत्ति नहीं होती थी या उन्हें बैंक ऋण नहीं मिल पाता था, जिससे उन्हें छोटे व्यवसाय शुरू करने में बाधा आती थी।
उन्होंने कहा, “इसलिए, मैं, आपका बेटा और भाई, आपके जीवन को आसान बनाने का संकल्प लेता हूं। हमने साल दर साल महिलाओं के हित में फैसले लिए।” अपने संबोधन के दौरान मोदी ने लोकसभा चुनाव के दौरान किए गए अपने वादे को याद किया जिसमें उन्होंने 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने का वादा किया था। ये स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं हैं जो सालाना एक लाख रुपये से अधिक कमाती हैं। पिछले दशक में एक करोड़ लखपति दीदी बनाई गईं और सिर्फ दो महीनों में 11 लाख और जुड़ गईं। मोदी ने जोर देकर कहा कि महाराष्ट्र को निरंतर स्थिरता और समृद्धि के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति सरकार की जरूरत है।