Ayodhya gangrape case: अयोध्या में 12 साल की मासूम के साथ हुए गैंगरेप मामले में सियासी पारा बढ़ता जा रहा है। एक तरफ जहा सदन में सीएम योगी ने आरोपी सपा नेता का नाम लेते हुए विपक्ष को घेरा। वहीं, अब अखिलेश यादव ने डीएनए टेस्ट का मुद्दा उठाया है। तो वहीं, बीएसपी चीफ मायावती ने अखिलेश यादव को घेरते हुए पूछा, ‘सपा सरकार में ऐसे कितने टेस्ट हुए हैं?’
दरअसल, अयोध्या गैंगरेप केस मामले में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता का नाम आने के बाद उत्तर प्रदेश में राजनीति तेज हो गई। इस बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल पर लिखा, ‘जो भी दोषी हो उसे कानून के मुताबिक सजा मिलनी चाहिए।’
अखिलेश यादव ने कहा, ‘कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है उनका DNA TEST कराकर इंसाफ़ का रास्ता निकाला जाए न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए। जो भी दोषी हो उसे क़ानून के हिसाब से पूरी सज़ा दी जाए, लेकिन अगर DNA TEST के बाद आरोप झूठे साबित हों तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए। यही न्याय की मांग है।’ अखिलेश यादव के इस बयान पर अब बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। मायावती ने एक्स पर लिखते हुए अखिलेश यादव से सवाल किया। मायावती ने पूछा, ‘सपा को यह भी बताना चाहिए कि उनकी सरकार में ऐसे आरोपियों के खिलाफ कितने DNA टेस्ट हुए हैं?।’
मायावती ने एक्स हैंडल पर लिखा, ‘यूपी सरकार द्वारा अयोध्या गैंगरेप केस में आरोपी के विरुद्ध की जा रही सख्त कार्रवाई उचित, लेकिन सपा द्वारा यह कहना कि आरोपी का DNA टेस्ट होना चाहिये, इसे क्या समझा जाए। जबकि सपा को यह भी बताना चाहिए कि उनकी सरकार में ऐसे आरोपियों के खिलाफ कितने DNA टेस्ट हुए हैं।’
इतना ही नहीं, मायावती ने यूपी में बढ़ते अपराधों पर चिंता जताई। मायावती ने कहा, यूपी में अपराध नियंत्रण व कानून-व्यवस्था में भी ख़ासकर महिला सुरक्षा व उत्पीड़न आदि को लेकर बढ़ती चिन्ताओं के बीच अयोध्या व लखनऊ आदि की घटनाएं अति-दुखद व चिन्तित करने वाली। सरकार इनके निवारण के लिए जाति-बिरादरी एवं राजनीति से ऊपर उठकर सख़्त कदम उठाए तो बेहतर।’