ब्रिटेन के पश्चिमोत्तर इलाके के शहर साउथपोर्ट में योग क्लास के दौरान चाकू से एक हमलावर ने अटैक कर दिया था। उसने दो मासूम बच्चों को गला रेतकर मार डाला था। यही नहीं मंगलवार को इस घटना में जख्मी एक और बच्ची ने भी दम तोड़ दिया था।
वहीं इस घटना को लेकर ब्रिटेन में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। मंगलवार रात से ही साउथपोर्ट में दंगा छिड़ा हुआ है। इसमें अब तक 53 पुलिस वाले जख्मी हो चुके हैं तो वहीं तीन पुलिस डॉग भी हिंसा में घायल हैं। यह दंगा उसी इलाके में भड़का, जहां पर 13 लोगों पर चाकू से हमला हुआ था।
यह दंगा मंगलवार की रात पौने 8 बजे से शुरू हुआ, जब एक मस्जिद के बाहर भीड़ जुटी। इंग्लिश डिफेंस लीग संगठन से जुड़े कुछ लोगों ने मस्जिद पर पत्थर फेंके और फिर देखते ही देखते हालात बिगड़ गए। इस दौरान पुलिस पहुंची तो उस पर भी हमला किया गया। पुलिस पर बोतलों और ईंटों से हमला किया गया, जिसमें कई लोग बुरी तरह से जख्मी हो गए। यही नहीं कई उपद्रवियों ने तो पुलिस की वैन में भी आग लगा दी। आमतौर पर ब्रिटेन में ऐसी घटनाएं नहीं होती थीं, लेकिन पिछले दिनों लीड्स में भड़की हिंसा और अब साउथपोर्ट के हालात ने प्रशासन की चिंताएं बढ़ा दी हैं।
मौके पर आई पुलिस पर हमला करने के लिए उपद्रवियों ने एक दीवार को ही ढहा दिया और फिर उससे ईंटें निकालकर हमला करने लगे। इस दौरान लोग यह नारे लगा रहे थे कि हमें बेटियों को बचाना है। इस हिंसा के मामले में 4 लोगों को अब तक अरेस्ट किया जा चुका है। इस बीच साउथपोर्ट मस्जिद के चेयरमैन इब्राहिम हुसैन ने कहा कि यह हिंसा परेशान करने वाली है। उन्होंने कहा कि हमें तो ऐसा लगा था कि ये लोग अंदर तक चले आएंगे और मस्जिद को ही आग के हवाले कर सकते हैं। उन्होंने पुलिस से भी अपील की कि वह कह दे कि चाकूबाजी की घटना को अंजाम देने वाला मुस्लिम नहीं था। इससे भड़के लोग थोड़ा शांत हो जाएंगे और मुस्लिमों को टारगेट नहीं किया जाएगा।
ब्रिटेन पुलिस ने नहीं बताई आरोपी की पहचान, रवांडा मूल का है
ब्रिटेन पुलिस ने अब तक कानूनी कारणों से संदिग्ध की पहचान को उजागर नहीं किया है। कहा जा रहा है कि आरोपी कार्डिफ में पैदा हुआ था और उसके माता-पिता रवांडा मूल के हैं। पुलिस का मानना है कि आरोपी के बारे में ऑनलाइन ही गलत जानकारी शेयर हुई और उससे ही भड़के लोगों ने दंगे को अंजाम दे दिया। यही नहीं ब्रिटेन के नए पीएम को भी इस मामले में विरोध झेलना पड़ा। वह जब पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने पहुंचे तो लोग चिल्ला रहे थे कि आखिर कितने बच्चे ऐसे मारे जाएंगे। अगला नंबर किसका है। हालांकि कीर स्टार्मर ने इस विरोध पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी।