राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को सभापति से भाजपा सांसद घनश्याम तिवारी द्वारा उनकी राजनीतिक यात्रा के संबंध में की गई टिप्पणियों को सदन से हटाने का आग्रह किया।
इस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि वह घनश्याम तिवारी द्वारा की गई टिप्पणियों पर गौर करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने खरगे को आश्वासन दिया कि कांग्रेस को ठेस पहुंचाने वाला कोई भी शब्द रिकॉर्ड में नहीं रहेगा।
सदन में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि घनश्याम तिवारी ने अपनी राजनीतिक यात्रा का जिक्र किया और कहा, खरगे का पूरा परिवार राजनीति में था। खरगे ने आगे कहा, “उन्होंने परिवारवाद को लेकर बयान दिया। मैं आग्रह करता हूं कि इसे रिकॉर्ट से हटाया जाए।” विपक्ष के नेता खरगे ने कहा कि वह पहली पीढ़ी के राजनेता है और उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा के बारे में बताया जो कांग्रेस में शामिल होने के बाद शुरू हुई थी।
सदन में धनश्याम तिवारी ने बताया कि 85 की उम्र में उनके पिता का निधन हो गया था। इस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने तिवारी के लिए उनके पिता से भी लंबी उम्र की कामना की। इसपर खरगे ने कहा, “मैं इस माहौल में ज्यादा समय तक रहना नहीं चाहता हूं।” हालांकि, सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि उन्हें भाजपा नेता का कोई भी बयान आपत्तिजनक नहीं लगा। उन्होंने खरगे को आश्वासन दिया कि वह इसकी जांच करेंगे।