रोहित शर्मा के टी20 वर्ल्ड कप के बाद टी20 फॉर्मेट से संन्यास लेने के बाद श्रीलंका दौरे से पहले सेलेक्टर्स ने काफी सोच विचार के बाद सूर्यकुमार यादव का टीम इंडिया का नियमित कप्तान बनाया गया था। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम पूरी सीरीज में शानदार प्रदर्शन करते हुए श्रीलंका के खिलाफ 3-0 क्लीन स्विप करने में सफल रही। हालांकि अंतिम मुकाबले में जीत की राह काफी मुश्किल लग रही थी, सूर्या ने सेकंड लास्ट ओवर रिंकू सिंह को थमाया और आखिरी ओवर खुद लेकर आए और हारे हुए मैच को बराबरी पर लाकर खड़ा कर दिया। इसके बाद सुपर ओवर में श्रीलंका को मात दे दी। इस मैच के बाद सूर्या ने चौंकाने वाला बयान देते हुए कहा कि मैं कप्तान नहीं बनना चाहता। आखिर उन्होंने ऐसा क्यों कहा आइये आपको भी बताते हैं?
प्लेयर ऑफ द सीरीज बने सूर्या
भारत बनाम श्रीलंका टी20 सीरीज में प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड जीतने के बाद सूर्यकुमार यादव ने कहा कि आखिरी ओवर से ज्यादा अहम वह था जब हम 30/4 और 48/5 के आसपास थे। उस बीच लड़कों ने शानदार खेल दिखाया और खेल को उनसे दूर ले गए। मुझे लगा कि 140 का स्कोर पार स्कोर है। फिल्डिंग के लिए मैदान पर उतरते ही मैंने कहा कि अगर हम डेढ़ घंटे दिल लगाकर खेलें, तो जीत सकते हैं।
सूर्या सभी खिलाडि़यों की तारीफ की
सूर्या ने कहा कि जब आप 200-220 रन बनाकर मैच जीतने का लुत्फ उठा रहे हैं तो 30/4 और 70/5 का भी लुत्फ लेना चाहिए। इससे आपका मनोबल बढ़ता है और आप विनम्रता के साथ आगे बढ़ते हैं। मैदान पर और ड्रेसिंग रूम में उनकी पॉजिटिविटी एक-दूसरे के प्रति उनकी देखभाल, जो साफ दिखती है, वह अविश्वसनीय है।
मैं कप्तान नहीं बनना चाहता…
कप्तान के तौर पर सूर्यकुमार यादव ने कहा कि जब मैं बल्लेबाजी करने के लिए उतरता हूं तो मुझ पर थोड़ा दबाव रहता है। मैं बस खुद को अभिव्यक्त करने का मजा लेता हूं। मैंने सीरीज से पहले ही कह दिया था कि मैं कप्तान नहीं बनना चाहता। मैं तो बस एक लीडर बनना चाहता हूं।