Maharaja Ranjit Singh Gold Throne News: आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने बुधवार को राज्यसभा में महाराजा रणजीत सिंह के शाही सिंहासन को वापस लाने की मांग उठाई. उन्होंने कहा कि मैं एक ऐसे मुद्दे को उठा रहा हूं जिससे सिर्फ पंजाब ही नहीं पूरे देश की भावनाएं जुड़ी हुई है.
राघव चड्ढा ने उठाई मांग
राघव चड्ढा ने राज्यसभा में बोलते हुए कहा कि मेरा सौगाभ्य है कि मैं उस पंजाब से आता है जहां कभी शेर ए पंजाब महाराजा रणजीत सिंह का शासन था. महाराजा रणजीत सिंह का शासन असल मायने में सुशासन था जहां सबको न्याय मिलता था. वो ऐसे योद्धा थे जिनके नाम से बड़े-बड़े सुरमाओं की रूह कांप जाती थी. महाराज रणजीत सिंह युद्ध भूमि में शेर की तरह गरजते थे, सिर्फ शौर्य नहीं महाराजा रणजीत सिंह ने इनसानियत का पैगाम दुनिया को दिया. उनके शासन में धर्म, जातपात के नाम पर कोई भेदभाव नहीं था. बीबीसी वर्ल्ड हिस्ट्री ने एक सर्वे में महाराजा रणजीत सिंह को ग्रेटेस्ट लीडर ऑफ ऑल टाइम का किताब दिया. ऐसे महात्मा को मैं सदन में नमन करता हूं.
आप सांसद ने और क्या कहा?
राज्यसभा सांसद ने आगे कहा कि मैं महाराजा रणजीत सिंह को याद करते हुए एक अहम मांग रखना चाहता हूं. लंदन के विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय में महाराजा रणजीत सिंह का सोने का सिंहासन रखा हुआ है. मैं भारत सरकार से मांग करता हूं वो अपनी कूटनीति का इस्तेमाल करते हुए यूनाइटेड किंगडम की सरकार से बात करे और उस सिंहासन को वापस लाने का प्रयास करे. वो सिंहासन वापस हमारे देश में आना चाहिए. सबको उसके दर्शन करने का मौका मिलना चाहिए. महाराजा रणजीत सिंह के जीवन से हम सबको प्रेरणा मिलती है, सिख मिलती है. साथ ही उनके शौर्य, इंसानियत औऱ राज्य की नीति को बच्चों को किताबों में भी पढ़ाया जाना चाहिए. जिससे बच्चों को सुशासन का असली मतलब पता लग सके.