संसद का मानसून सत्र आज यानी सोमवार (22 जुलाई) से शुरू हो गया.
सत्र के पहले दिन तृणमूल कांग्रेस सांसद शत्रुघ्न सिन्हा से लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली. लोकसभा में प्रश्न काल के दौरान विपक्ष ने नीट पेपर मामले को लेकर जमकर हंगामा हुआ. इससे पहले भी माना जा रहा था कि मानसून सत्र हंगामेदार होगा और विपक्ष नीट पेपर लीक और रेलवे दुर्घटनाओं को लेकर हंगामा कर सकता है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज दोपहर आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेगी. वहीं कल यानी मंगलवार को संसद में बजट पेश किया जाएगा. मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के ये पहला बजट है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लगातार सातवीं बार बजट पेश करेंगी.
नीट पेपर लीक पर लोकसभा में विपक्ष का हंगामा
नीट पेपर लीक मामले लेकर लोकसभा में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा,’मुद्दा यह है कि देश में लाखों छात्र हैं, जो इस बात से बेहद चिंतित हैं कि क्या हो रहा है और उन्हें यकीन है कि भारतीय परीक्षा प्रणाली एक धोखा है. राहुल गांधी ने आगे कहा कि, लाखों लोग मानते हैं कि अगर आप अमीर हैं और आपके पास पैसा है, तो आप भारतीय परीक्षा प्रणाली खरीद सकते हैं और विपक्ष भी यही सोचता है.’
बजट सत्र के पहले दिन पेश होगा आर्थिक सर्वेक्षण
बता दें कि बजट सत्र 22 जुलाई से लेकर 12 अगस्त तक चलेगा. मानसून सत्र के पहले दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण दोपहर एक बजे लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी. जबकि दो बजे राज्यसभा में देश का आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा.
वित्त मंत्री रचेंगी इतिहास
वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मंगलवार को लगातार सातवीं बार बजट पेश करेंगी. इसी के साथ वह इतिहास भी रचेंगी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लगातार छह बजट पेश करने के मोरारजी देसाई के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ देंगी. बता दें कि मोरारजी देसाई 1959 से 1964 तक देश के वित्त मंत्री रहे थे. इस दौरान उन्होंने लगातार छह बार बजट पेश किया था. इनमें से उन्होंने पांच पूर्ण और एक अंतरिम बजट पेश किया था. इस बार भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेपरलेस बजट पेश करेंगी. बता दें कि इस साल हुए लोकसभा चुनाव के चलते वित्त मंत्री ने 1 फरवरी को अंतरिम बजट पेश किया गया था.
राहुल गांधी ने लगाया सभी परीक्षाओं में गड़बड़ी का आरोप
राहुल गांधी यहीं नहीं रुके उन्होंने सभी परीक्षाओं में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि, ‘पूरे देश के सामने यह स्पष्ट है कि हमारी परीक्षा प्रणाली में बहुत गंभीर समस्या है. सिर्फ नीट में ही नहीं, बल्कि सभी प्रमुख परीक्षाओं में गड़बड़ी है. मंत्री ने खुद को छोड़कर सभी को दोषी ठहराया है. मुझे नहीं लगता यहां जो कुछ हो रहा है, वह उसके मूल सिद्धांतों को भी समझते हैं.’
पिछले सात साल में पेपरलीक का कोई सबूत नहीं मिला- धर्मेंद्र प्रधान
नीट पेपर लीक पर हंगामे के बीच शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी के सवालों का जवाब दिया, उन्होंने कहा कि,’पिछले सात साल में पेपरलीक को लेकर कोई सबूत नहीं मिला है. यह केस पहले ही सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है. चीफ जस्टिस इस पर सुनवाई कर रहे हैं. एनटीए के बाद 240 एग्जाम हुए हैं. पांच करोड़ से ज्यादा छात्रों ने अप्लाई किया. इनमें से साढ़े चार करोड़ से ज्यादा छात्रों ने इसमें भाग लिया.