Samvidhan Hatya Diwas Shivraj Singh Chauhan CM Mohan Yadav केंद्र की एनडीए सरकार ने देश में 25 जून का दिन ‘संविधान हत्या दिवस’ Samvidhan Hatya Diwas के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। सन 1975 में इसी दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगाया था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे इंदिरा गांधी की तानाशाही मानसिकता और भारतीय लोकतंत्र की आत्मा का गला घोंटनेवाला कदम करार दिया। केंद्र सरकार के इस कदम पर केंद्रीय मंत्री शिवराजसिंह चौहान और एमपी के सीएम मोहन यादव की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। दोनों नेताओं ने केंद्र के इस फैसले पर खुशी जताते हुए ट्वीट किए हैं।
प्रदेश के पूर्व सीएम और केंद्रीय मंत्री शिवराजसिंह चौहान तो आपातकाल की ज्यादतियों के खुद गवाह रहे हैं। आपातकाल की 49वीं बरसी पर 25 जून 2024 को दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने आपातकाल में उनपर हुए जुल्म की दास्तां भी सुनाई थी।
इंटरनेशनल संवाद कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराजसिंह चौहान ने बताया था कि उस समय वे 11वीं क्लास में थे। उन्होंने आपातकाल का विरोध किया तो पुलिस ने खूब जुल्म किया। कई थप्पड़ जड़े और हाथ पैरों पर लाठियां बरसाईं। केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि 5 दशक पुरानी उन चोटों के कारण आज भी जब जब बादल छाते हैं तब तब असहनीय दर्द होता है।
‘संविधान हत्या दिवस’ शिवराजसिंह चौहान का ट्वीट
25 जून 1975 का दिन भारतीय लोकतांत्रिक इतिहास का ऐसा काला अध्याय है, जिसकी विभीषिका को हम कभी भूल नहीं पाएंगे।
भारत सरकार ने लोकतांत्रिक सिद्धांतों की बलि के इस कलंकित दिन को ‘संविधान हत्या दिवस’ Samvidhan Hatya Diwas के रूप मनाने का निर्णय किया है।
यह दिवस प्रत्येक भारतीय के हृदय में संविधान की रक्षा के पवित्र ध्येय को और अधिक दृढ़ करेगा।
‘संविधान हत्या दिवस’ सीएम मोहन यादव का ट्वीट
भारत सरकार द्वारा 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ Samvidhan Hatya Diwas के रूप में मनाने का निर्णय करोड़ों भारतीयों की आवाज को मुखर करते हुए उनके संघर्ष को नमन करने का ऐतिहासिक प्रयास है। इस निर्णय के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री @narendramodi और केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री @AmitShah का ह्रदय से अभिनंदन करता हूं।
दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के कलंकित अध्याय ‘आपातकाल’ से भारत के नागरिकों की आवाज का क्रूरता से दमन करते हुए प्रगति को बाधित किया गया था। यह दिवस संपूर्ण भारत को लोकतंत्र की मजबूती और रक्षा की प्रेरणा देगा।