हरियाणा के पूर्व गृहमंत्री श्री अनिल विज ने आज लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि “मैने कल राहुल गांधी जी का भाषण सुना और मुझे लगा कि पप्पू अब बड़ा हो गया है”। उन्होंने कहा कि उनके (राहुल गांधी) भाषण को बहुत ध्यान से सुनना चाहिए वह एक गहरी साजिश रच रहे हैं। वह हिंदुस्तान के विभिन्न धर्मो के लोगों को आपस में लड़ाना चाहते हैं और देश का एक ओर विभाजन करना चाहते हैं”।
श्री विज आज मीडिया कर्मियों के सवालों का जवाब दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि विभाजन कांग्रेस के डीएनए में है और इन्होंने (कांग्रेस) सन 1947 में भी देश का विभाजन कराया था। इसलिए राहुल गांधी जी ने बहुत ही खतरनाक भाषण दिया है।
उन्होंने कहा कि हमारे देश की जो संस्कृति थी कि हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई सभी भारतीय भाई-भाई है। यह (कांग्रेस) उससे परे हट गए हैं और यह (कांग्रेस) सभी को आपस में लड़ाने का साजिश रच रहे हैं। उन्होंने कहा कि “मैं इस पर ज्यादा नहीं कहना चाहूंगा लेकिन उनके (राहुल गांधी) भाषण को सभी लोगों को नजर अंदाज कर देना चाहिए, यही देश के हित में है और यही देश की एकता के लिए ठीक भी है।
*भारतीय जनता पार्टी ने भारतीयों के लिए जो कानून होने चाहिए वह बनाए हैं – विज*
गत 1 जुलाई से लागू हुए विभिन्न कानून के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान अभी तक अंग्रेजों के बने हुए कानून पर ही चल रहा था यह कानून 1857 की क्रांति के बाद 1860 में बनाए गए थे ताकि दोबारा से ऐसी क्रांति ना हो। उन्होंने कहा कि यह कानून बनाते हुए हाकम और गुलाम को सामने रखकर बनाए गए थे, अंग्रेजों के हित के लिए बनाए गए थे कि वह यहां पर शासन कर सके ताकि उनको किसी प्रकार की दिक्कत ना आए। उन्होंने कहा कि लेकिन पिछले 70 सालों में इस बारे में किसी ने सोचा नहीं लेकिन आज भी हमारे देश में अंग्रेजों की बनाई हुई न्याय प्रणाली चल रही है लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने भारतीयों के लिए जो कानून होने चाहिए वह बनाए हैं। हालांकि इन कानून के संबंध में कुछ दिक्कतें आएंगी, अभी हम पढ़ रहे हैं लोग पढ़ रहे हैं लेकिन इसका जितना स्वागत किया जाए उतना कम है।
*कांग्रेस पार्टी ने तय कर लिया है कि हर अच्छे काम का विरोध करना है – विज*
इस संबंध में कांग्रेस द्वारा किए जा रहा है, विरोध के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने तय कर लिया है कि हर अच्छे काम का हमने विरोध करना है और आज हर अच्छे काम किया विरोध करना उनकी मानसिकता है।