लखनऊ: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस गठबंधन ने चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की योगी सरकार को करारी शिकस्त दी। अब यह दोनों पार्टी मिलकर केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ जनता और युवाओं के सवाल को लेकर सड़क आंदोलन करने में जुट गई है।
इसके तहत ही शुक्रवार को सपा और कांग्रेस ने नीट परीक्षा में हुई धांधली को लेकर विरोध जताया।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में नीट परीक्षा में हुई धांधली और यूजीसी नेट की परीक्षा रद्द करने के लिए जिम्मेदार शिक्षा मंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया। तरफ सपा नेताओं ने भी नीट परीक्षा में हुई धांधली तथा योगी सरकार में हुए पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक और गुजरात की कंपनी से प्रदेश सरकार के कनेक्शन को लेकर सवाल उठाए, धरना-प्रदर्शन किया। गिरफ्तारी दी।
अजय राय को गिरफ्तार किया :
फिलहाल कांग्रेस और सपा के नेताओं द्वारा लखनऊ में किए गए विरोध प्रदर्शन को रोकने में राजधानी पुलिस को बेहद मशकत करनी पड़ी। यहीं नहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को तो गिरफ्तार तक करना पड़ा। हुआ यह कि प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में कार्यकर्ता प्रदेश मुख्यालय से विधान सभा घेराव के लिए निकले। यह लोग पार्टी दफ्तर से थोड़ा ही आगे चले थे, इसी बीच पर बैरिकेडिंग कर पुलिस ने सभी को रोक लिया। इस पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस से तीखी नोकझोंक हुई।
इसी बीच अजय राय समेत पार्टी नेता बैरिकेडिंग लांघकर आगे बढ़ने लगे। तो पुलिस ने बलपूर्वक उनको रोका। फिर प्रदेश अध्यक्ष समेत अन्य पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर उन्हे ईको गार्डेन ले गई। इस दौरान कार्यकर्ता छात्रों के हित में परीक्षा रद्द करने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग कर रहे थे।
सपा का विरोध, अखिलेश का तंज़ :
इसी तरह समाजवादी छात्र सभा ने नीट परीक्षा में हुई धांधली और पेपर लीक के विरोध में लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में धरना-प्रदर्शन किया। लखनऊ में बापू भवन चौराहे पर समाजवादी छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष श्री विनीत कुशवाहा के नेतृत्व में छात्रों ने नीट परीक्षा रद्द कर दोबारा परीक्षा कराने की मांग करते हुए महामहिम राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा गया। धरना प्रदर्शन के दौरान पुलिस प्रशासन ने छात्रों के साथ जोर जबरदस्ती की और गिरफ्तार कर लखनऊ के इको गार्डेन ले गयी।
इसी दरमियान सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर आयोजित करवाने वाली गुजरात की कंपनी का ही, पेपर लीक करवाने में हाथ है। उसका मालिक जब सफलतापूर्वक विदेश भाग गया। उसके बाद ही उत्तर प्रदेश सरकार ने उसके बारे में जनता को बताया और जनता के गुस्से से बचने के लिए दिखाने भर के लिए उस कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर दिया। सपा नेताओं की मांग है कि यूपी सरकार उस कंपनी और उसके मालिक के खिलाफ एफआईआर की कॉपी सार्वजनिक करे।
पुलिस को गुजरात भेजकर उसकी संपत्ति से खामियाजा वसूलने की हिम्मत दिखाएं। ऐसे आपराधिक लोग यूपी के 60 लाख युवाओं के भविष्य को बर्बाद करने के दोषी हैं। यूपी की भाजपा सरकार साबित करे कि वो इन अपराधियों के साथ है या प्रदेश की जनता के साथ।