NEET-UG मेडिकल प्रवेश परीक्षा में 1,500 से अधिक उम्मीदवारों को दिए गए ग्रेस मार्क्स की समीक्षा की जाएगी। इसके लिए चार सदस्यीय पैनल का गठन किया है। इसका ऐलान राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) ने शनिवार को किया।
यह कदम ऐसे समय उठाया गया है, जब परीक्षा में 67 उम्मीदवारों को अंक बढ़ा-चढ़ाकर दिए जाने के कारण पहली रैंक मिली है। कई जगहों से दोबारा परीक्षा कराने की मांग की जा रही है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि छह परीक्षा केंद्रों पर समय की हानि की भरपाई के लिए दिए गए ग्रेस मार्क्स के कारण अंक बढ़ा दिए गए हैं और अन्य उम्मीदवारों के अवसरों के साथ छेड़छाड़ की गई है।
ये केंद्र मेघालय, हरियाणा के बहादुरगढ़, छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा और बालोद, गुजरात के सूरत और चंडीगढ़ में हैं। मेडिकल प्रवेश परीक्षा का परिणाम 4 जून को घोषित किया गया था। इस साल रिकॉर्ड 24 लाख से अधिक उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए थे। एनटीए के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह ने कहा कि 1,500 से अधिक उम्मीदवारों के परिणामों की समीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय समिति गठित की गई है। यूपीएससी के पूर्व अध्यक्ष की अध्यक्षता वाली चार सदस्यीय समिति एक सप्ताह के भीतर अपनी सिफारिशें सौंपेगी और इन उम्मीदवारों के परिणामों में संशोधन किया जा सकता है।