गौर करने वाली बात है कि जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष राजा भैया ने पिछले हफ्ते बेंगलुरू में अमित शाह से मुलाकात की थी, माना जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान दोनों के बीच प्रदेश की चुनावी रणनीति पर चर्चा हुई थी।
संजय सिंह ने बदला दांव
दोनों नेताओं के बीच मुलाकात के अगले दिन जौनपुर के पूर्व बाहुबली सांसद संजय सिंह ने बसपा के टिकट पर अपनी पत्नी श्रीकला रेड्डी को चुनावी मैदान में उतारने से इनकार कर दिया था। यही नहीं राजा भैया ने भी इस बार कौशांबी सीट से अपनी पार्टी का कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है। इन तमाम राजनीति उठापटक के बीच सवाल यह उठ रहा है कि क्या राजा भैया प्रतापगढ़ में अमित शाह के साथ मंच साझा करते नजर आएंगे। अमित शाह के आने से पहले ही राजा भैया भी लखनऊ पहुंच गए हैं। माना जा रहा है कि भाजपा और राजा भैया के बीच चर्चा चल रही है।
विनोद सोनकर के समर्थन में रैली
अमित शाह कौशांबी सीट से भजपा उम्मीदवार विनोद सोनकर के समर्थन में होने वाली रैली को संबोधित करेंगे। हीरागंज बाजार के पास होने वाली जनसभा को राजा भैया का गढ़ माना जाता है। पिछले कई चुनाव से यहां राजा भैया का उम्मीदवार विधानसभा चुनाव में जीतता आ रहा है।
बेंगलुरू में हुई थी शाह-राजा भैया की मुलाकात
सूत्रों की मानें तो बेंगलुरू में अमित शाह और राजा भैया के बीच हुई मुलाकात के दौरान अहम बातों पर सहमति बनी है। ऐसे में अब देखने वाली बात है कि क्या अमित शाह के राजा भैया मंच साझा करते हैं। अमित शाह की रैली से पहले राजा भैया लखनऊ पहुंच गए हैं। इस बीच राजा भैया का कुंडा में अपनी कोठी पर जाने का कोई कार्यक्रम सामने नहीं आया है। लिहाजा इस बात की आशंका कम है कि राजा भैया अमित शाह के साथ मंच साझा करेंगे। सूत्रों की मानें तो भाजपा के स्थानीय सांसद विनोद सोनकर की जगह किसी दूसरे को टिकट दिलाना चाहते थे लेकिन इसपर सहमति नहीं बन सकी। ऐसे में अगर अमित शाह के साथ राजा भैया मंच साझा नहीं करते हैं तो यह देखने वाली बात होगी कि राजा भैया का अगला कदम क्या होगा।