एटा के कोतवाली देहात थाना क्षेत्र में स्थित आसाराम आश्रम में कुछ लोगों ने तोड़फोड़ कर डाली। चल रहे सत्संग में बाधा डाली गई। पुलिस के आने पर सभी भाग गए। सहायक प्रबंधक ने आठ नामजद और 6-7 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई है।
इसमें मथुरा के स्वामी अमृतानंद सहित दिल्ली, महाराष्ट्र के लोगों को षड्यंत्रकारी बताया गया है।
लखनऊ के आसाराम के आश्रम में रहने वाले नारायण पांडेय ने बताया कि वह आश्रम के लखनऊ मुख्यालय के सहायक प्रबंधक हैं। उनको लखनऊ के अलावा आगरा और आसपास के जिलों में स्थित आश्रमों की देखरेख की जिम्मेदारी मिली है। 24 अप्रैल को दोपहर के समय एटा में एफसीआई गोदाम के पास नगला कंचन में आश्रम में आसाराम के शिष्य वासुदेवानंद का सत्संग व भजन-कीर्तन का कार्यक्रम चल रहा था। इसी दौरान 10-15 लोग पहुंचे। आसाराम को लेकर सवाल-जवाब करते हुए सत्संग कार्यक्रम में बाधा डाल दी। श्रद्धालुओं ने विरोध किया तो अभद्रता कर मारपीट करने लगे। माइक आदि सामान तोड़ दिया और कुछ सामान चोरी भी कर लिया।
बताया गया है कि हंगामा होते देख पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस के पहुंचते ही यह सभी लोग भाग गए। नारायण पांडेय ने बताया कि यह पूरा षड्यंत्र स्वामी अमृतानंद उर्फ बाबा आनंद गोपाल उर्फ आनंद दास निवासी रमण रेती आश्रम, गोवर्धन मथुरा, राहुल जोशी निवासी शांतिनगर जिला नागपुर महाराष्ट्र और मधुकर प्रभाकर निवासी साउथ दिल्ली का है। जो आसाराम से हमदर्दी जताकर उनके आश्रमों पर कब्जा करना चाहते हैं। इसी उद्देश्य से सोशल मीडिया पर इन लोगों ने अभियान छेड़ रखा है। इन पर कई जिलों में एफआई दर्ज कराई जा चुकी हैं। एक दिन पहले आगरा में भी सत्संग कार्यक्रम के दौरान इसी तरह की हरकत कराई गई थी।
सीओ सिटी विक्रांत द्विवेदी ने बताया कि आश्रम पर कुछ हंगामा होने की सूचना दी गई थी। जो तहरीर मिली, उसके अनुसार रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मामले की गहराई से जांच शुरू करा दी गई है। साथ ही ऐसी पुनरावृत्ति न हो, इस पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश कोतवाली देहात को दिए गए हैं।