फरवरी 2024 में, रेनॉ और निसान ने भारत में 5,300 करोड़ रुपये के नए निवेश के साथ छह नए लोकालाइज मॉडल के लॉन्च की योजना की प्लानिंग की थी.
इस ज्वाइंट वेंचर बोर्ड ने यह भी खुलासा किया कि आने वाले मॉडल में प्रत्येक ब्रांड के रिबैज्ड प्रोडक्ट होंगे, जो सेगमेंट के भीतर कुछ ओवरलैप होंगे. हालांकि, ये वाहन डिजाइन के मामले में अलग होंगे.
6 नए वाहन लाएगा यह ज्वाइंट वेंचर
इस प्रोजेक्ट में न्यू जेनरेशन रेनॉ डस्टर को 5 और 7-सीट कॉन्फ़िगरेशन और ए-सेगमेंट ईवी के साथ क्रमशः CMF-B और इसके इलेक्ट्रिक वर्जन प्लेटफॉर्म पर तैयार किया जाएगा. इससे पता चलता है कि वेंचर ने चार नई आईसीई एसयूवी और दो EV लाने की योजना बनाई है.
क्या है कंपनी की योजना?
हालांकि, एक ताजा मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ए-सेगमेंट इलेक्ट्रिक कार प्रोजेक्ट को खत्म किए जाने की संभावना है. दोनों निर्माता अब इलेक्ट्रिक सी-सेगमेंट में उतरने पर विचार कर रहे हैं, जिसमें जल्द ही हुंडई क्रेटा ईवी और मारुति सुजुकी ईवीएक्स जैसे मॉडल्स लॉन्च होंगे. हुंडई 2025 की शुरुआत में क्रेटा ईवी लॉन्च करेगी, जबकि मारुति सुजुकी ईवीएक्स कॉन्सेप्ट का प्रोडक्शन-रेडी मॉडल पेश करेगी. नई रेनॉ और निसान इलेक्ट्रिक एसयूवी की लंबाई 4 मीटर से ज्यादा होगी और यह CMF-B EV प्लेटफॉर्म बेस्ड होगी. इस प्रोजेक्ट को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए, यह वेंचर लोकलाइज बैटरी और सेल निर्माताओं के साथ बातचीत कर रहा है ताकि ईवी बाजार में कॉम्पिटेटिव प्राइसिंग को हासिल किया जा सके. कंपनियां इन इलेक्ट्रिक कारों की कीमत 15 लाख रुपये से 20 लाख रुपये के बीच रख सकती हैं. जिसके लिए वे रेनॉ-निसान टेक्नोलॉजी बिजनेस सेंटर इंडिया R&D सेंटर का इस्तेमाल करेंगे.
कब तक आएंगी ये ईवी
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि आने वाली रेनॉ और निसान इलेक्ट्रिक एसयूवी में LFP (लिथियम आयरन फॉस्फेट) बैटरी का इस्तेमाल किया जा सकता है और इन्हें एक बार चार्ज करने पर लगभग 300 किमी मिल सकती है. यह नई C-सेगमेंट EV एक ग्लोबल प्रोडक्ट होगी और इसके 2026 या 2027 में आने की उम्मीद है.