भगवंत मान ने कहा कि मैंने कभी भी नहीं सोचा था कि आप लोग मुझे यहां पहुंचाएंगे। मैं जब सुबह उठता हूं तो ऊपर वाले का शुक्रिया अदा करता हूं कि मुझे पंजाब की सेवा के लिए एक दिन और मिल गया। इसके बाद में परमात्मा से प्रार्थना करता हूं कि मुझसे कोई गलत काम ना हो जाए, मैं कहीं गलत साइन ना कर दूं, जहां भी साइन करूं, उससे किसी के घर में तरक्की ही आए। किसी के घर का दिया जले, मेरे साइन से किसी के भी घर का दिया कभी ना बुझे।
हमने प्रदेश में 42900 लोगों को रोजगार दिया है, मैं चुनौती देता हूं कि एक भी बंदा कह दे कि किसी से एक भी रुपया लिया गया है। किसी से भी एक भी रुपए रिश्वत के नहीं लिए गए हैं। कोई भी नहीं कह सकता है कि मेरे नंबर आए, लेकिन मेरे पिता किसी विधायक-सांसद को नहीं जानते हैं, इस वजह से नौकरी नहीं मिल सकी। कोई नहीं कह सकता है कि उस व्यक्ति का सांसद या विधायक जानने वाला है इस वजह से उसे नौकरी मिल गई है।
ऐसा हो ही नहीं सकता है। मैंने हाल ही में नियुक्ति पत्र बांटे हैं, एक ही घर के बहन-भाई दोनों साथ पढ़ रहे थे, दोनों के नंबर आ गए, दोनों को सरकारी नौकरी मिल गई। ये होता है काम, हमारे खजाना मंत्री पिछले 15 साल यही कहते रहते थे कि खजाना खाली है, ऐसे में युवा क्या करता, वह बाहर चला गया, यहां क्या ही होने वाला है। वहां जाकर वह धक्के खाता था, अक्सर हम सुनते हैं किसी नौजवान के साथ कोई हादसा होगा, दिल का दौरा पड़ गया, किसी के साथ एक्सिडेंट हो गया, उन लोगों के परिवार अपने बच्चों के शव मंगाने के लिए तरसते रहते हैं, उन्हें अपने बच्चे की मिट्टी तो देखने को मिल जाए। इन लोगों ने हमारी यह हाल कर दी थी।