Viksit Bharat Sampark WhatsApp Message Controversy: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पत्र के साथ नागरिकों से प्रतिक्रिया और सुझाव मांगने वाले ‘विकसित भारत संपर्क’ के व्हाट्सएप संदेश ने विवाद खड़ा कर दिया है। विपक्षी नेताओं ने राजनीतिक प्रचार के लिए सरकारी डेटाबेस और मैसेजिंग ऐप के दुरुपयोग का आरोप लगाया है।
कांग्रेस की केरल इकाई ने कहा कि इस मैसेज के जरिए नागरिकों से फीडबैक लेने की बात की जाती है, लेकिन इसमें संलग्न पीडीएफ राजनीतिक प्रचार के अलावा कुछ नहीं है। इसमें आरोप लगाया गया है कि प्रतिक्रिया की आड़ में यह पत्र और कुछ नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी आम चुनावों के लिए अपने अभियान के तहत अपनी सरकार के बारे में सरकारी डेटाबेस का दुरुपयोग कर रहे हैं।
केरल कांग्रेस ने राजनीतिक उपयोग के लिए व्हाट्सएप पॉलिसी का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया है। जिसमें बताया गया कि कंपनी राजनीतिक दलों, राजनेताओं, राजनीतिक उम्मीदवारों और राजनीतिक अभियानों द्वारा मैसेजिंग ऐप के उपयोग पर रोक लगाती है।
विकसित भारत एजेंडे को आकार देने के लिए लोगों के एक वर्ग से मांगे सुझाव
उन्होंने कहा कि अगर यही नीति है, तो आप किसी राजनीतिक नेता को अपने मंच पर प्रचार करने की अनुमति कैसे देते हैं? या क्या आपके पास बीजेपी के लिए कोई अलग नीति है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को केंद्र सरकार के “विकसित भारत” एजेंडे को आकार देने के लिए लोगों के एक वर्ग से सुझाव मांगे।
2047 तक विकसित भारत का वादा भाजपा का प्रमुख चुनावी मुद्दा
आम चुनावों की घोषणा की पूर्व संध्या पर जारी एक पत्र में प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे आपके विचारों, सुझावों और समर्थन की आवश्यकता है और वास्तव में हम एक विकसित भारत के निर्माण के संकल्प को पूरा करने के लिए काम कर रहे हैं। सरकार का विकास एजेंडा और 2047 तक विकसित भारत का वादा भाजपा का प्रमुख चुनावी मुद्दा है।